देवदह का विकास तभी संभव जब इसे बौद्ध सर्किट से जोड़ा जाए –जिलाधिकारी
देवदह राम ग्राम पुस्तक के अग्रेजी संस्करण का हुआ विमोचन
आई एन न्यूज ब्यूरो सोनौली:महराजगंज जिले के देवदह का विकास तभी संभव है जब इसे बौद्ध सर्किट से जोड़ा जाए ।
उक्त बाते शनिवार को सोनौली कस्बे के थाई बौद्ध बिहार 960 में देवदह राम ग्राम पुस्तक के अग्रेजी संस्करण के विमोचन अवसर पर जिलाधिकारी महराजगंज वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि 27 वर्ष के महराजगंज के इतिहास मे
आज के दिन को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा । उन्होने हिन्दी से अंग्रेजी में अनुवाद करने वाले लेखक के डी श्रीवास्तव तथा डा परशुराम गुप्ता को धन्यवाद दिया।
उन्होने यह भी कहा कि इस पुस्तक के जरिए अपनी बात पूरी दुनिया तक पहुंचाया जा सकता है।
इसके उपरान्त उन्होने देवदह बौद्ध विकास समिति के पदाधिकारियो द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। जिसमे पदाधिकारियो ने उनका अभार व्यक्त किया।
इस मौके पर देवदह बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र राव ने कहा कि देवदह क्षेत्रिय नेताओ के राजनीति का शिकार हो गया। जिसके कारण विकास ठप हो गया और श्री राव ने कहा कि आज से डीएम महराजगंज देवदह का उद्धारक घोषित किये जाते है। देवदह को बुद्ध की ननिहाल के रुप में विश्व में उसकी पहचान हो इसके लिए विचार विमर्श किया गया ।थाई बुद्ध बिहार पहुचे डीएम श्री सिंह का बौद्ध बिहार के मुख्य भंते फ्रा रंग सिप तथा प्रवंधक राजेश शुक्ल ने बुके देकर स्वागत करते हुए बुद्ध की प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रुप में भेट किया ।
श्री शुक्ल ने थाई सरकार द्वारा बौध स्थलो के विकास तथा बौद्ध भिक्षुओ के बारे में उन्हे विस्तार से बताया और एसडीएम नौतनवा प्रेम प्रकाश अंजोर को भी स्मृति चिन्ह भेट कर स्वागत किया।
इस मौके पर मुख्य रुप से उपस्थित लोगो में डा प्रेम प्रकाश गुप्ता सुनील गौतम डा कमलेश सिंह गोरख सिद्धार्थ समेत दर्जनो लोगो ने अपने विचार प्रकट किया।