नौतनवा पुलिस तो नौकरी का कोरम और जुटी है वसूली में
नौतनवा पुलिस तो नौकरी का कोरम और जुटी है वसूली में
लचर पुलिसिंग से अपराधियों की शरणस्थली बना नौतनवा
आई एन न्यूज ब्यूरो नौतनवा:स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली बेपटरी हो गयी है। दिन प्रतिदिन थाना एरिया में बढ़ रहे आपराधिक ग्राफ यह प्रदर्शित कर रहे हैं कि अपराधी प्रवृति के लोगों को यहां की आबोहवा रास आ रही है।
कत्ल डकैती लूट चोरी व छिनैती कब और कहां हो जाये कुछ़ कहा नहीं जा सकता। इस वर्ष कई आपराधिक घटनाएं ऐसी हुई हैं। जिनके खुलासे से या तो पुलिस कोसों दूर है या फिर अपच टाईप का खुलासा कर अपने वर्दी का दाग धुलती नज़र आती है।
बता दे कि छ़पवा पावर हाउस के पास एक अग्यात युवती के रेप कर हत्या कर फेकी गयी लाश के मामला करीब छह माह बाद भी पुलिस के सिर से बाउंस कर रहा है। मामले में पुलिस न तो युवती की पहचान कर पायी, और नहीं हत्यारों का सुराग लगा पाई। १४ अक्टूबर को कस्बा के बीच बाजार स्थित मोबाईल के दुकान का शटर तोड़ करीब २५ लाख की चोरी हो गयी। उसी दिन रेलवे स्टेशन के पास पोखरे में हत्याकर फेंकी गयी युवक की लाश मिली। इस तरह एक ही दिन हुये दो ताबड़तोड़ जघन्य अपराधों के जवाब में पुलिस अब तक बगले झांक रही है।
नौतनवा के चर्चित बुजुर्ग दंपती हत्याकांड़ में पुलिस ने काफी हो हल्ला के बाद खुलासा तो किया मगर यह खुलासा पीड़ित परिवार के लोगों को असली नहीं लग रहा।
चोर उचक्कों की तो यहां चांदी है। मोबाईल फोन व चेन स्नेकिंग आये दिन होती ही रहती है। मगर किसी मामले में नौतनवा पुलिस संजीदा पुलिस के रोल में नहीं आयी। जिससे लोगों का विश्वास पुलिस के प्रति दिन प्रतिदिन घटता जा रहा है।
कस्बा एरिया का यह हाल तो ग्रामीण क्षेत्र का समझ ही सकते हैं। अड्डा समेत कई गांवो में छोटी चोरिया हुई जिसकी पुलिस ने कोई लिखा पढ़ी नहीं तक नहीं की है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि नौतनवा पुलिस की लापरवाह कार्यप्रणाली अपराधियों को खुलेआम न्यौता है। जो कि नौतनवा व आसपास में ख़तरे की एक बड़ी घंटी है।
अब तो लोग इस कथन को मनन व अनुपालन में लग गये हैं कि अपने जान व सामान की सुरक्षा स्वंय करें। पुलिस तो सिर्फ नौकरी के कोरम व वसूली में जुटी है।