महराजगंज::चुनावों के पहले चटख़ारा बने दलों के टिकट
चुनावों के पहले चटख़ारा बने दलों के टिकट
संवाददाता:धर्मेंद्र चौधरी
आई एन न्यूज ब्यूरो महराजगंज::महराजगंज जिला के नौतनवा क्षेत्र में होने वाले लगभग सभी चुनाव, चुनाव से पहले एक बहस वाले चटख़ारे प्रथा को अस्तित्व में ला रहे हैं। यह चटख़ारा है राजनैतिक दलों के टिकट या समर्थन का। पिछ़ले दो दशकों से विधान सभा चुनावों में सुपर हिट हो रहा यह चटख़ारा अब निकाय चुनावों में धूम मचाये हुये है।
कई प्रमुख़ दलों के हाईकमान भी टिकट़ देने में लेटलतीफी कर जहां दावेदारों की एक लंबी ज़मात खड़ी कर दे रहें हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐन मौकों पर टिकट को बदल कर एक रोमांचक राजनैतिक हालात पैदा कर दे रहे हैं। ऐसे हालत जिनमें मतदाओं के प्रीचुनावी कयास गरम रहतें हैं,,और पार्टी से बगावत का भी अच्छ़ा खासा टेस्ट हो जाता है।
सोनौली व नौतनवा के निकाय चुनावों के लिये पर्चा ख़रीदनें का दौर शुरु है। मगर सत्ताधारी दल भाजपा के टिकट का पिटारा अभी तक न खुलाने से सियासती कौतूहल व चटख़ारा शबाब पर है।
सौनौली में एक दिन में ही सपा टिकट के हेरफेर चर्चा की कई पटरियां बिछ़ा दी हैं। यह अलग तरीके का चटख़ारा भले ही मतदाओं को एक दो महीने तक राजनैतिक जानकार और विश्लेषणकार बनने का मौका दे देता है।
मगर इस नये निकले चुनावी आबोहवा का गंभीर पहलू यह सामने आ रहा है कि मतदाताओं के पटल से चुनाव के अहम मुद्दे धूमिल होते जा रहे हैं। चुनाव से पहले विकास के मुद्दों पर चर्चा न होकर, चर्चा इस पर हो रही है कि टिकट किसको मिलेगा । या फिर किस प्रत्याशी का किस दल में कितना जुगाड़ है।
,,,इन तमाम चटख़ारों के बीच मतदाता किसे जितायेंगे किसे हरायेंगे यह तो वक्त बतायेगा। फिलहाल टिकट न मिलने के बाद कौन कौन से दावेदार बगावत के पथ पर होंगे, और अपना बागीपन कैसे जाहिर करेंगे,,यह एक अलग ही चटख़ारा होगा।