राष्ट्रपति की रिश्तेदार को बीजेपी से नहीं मिला टिकट, लड़ेंगी निर्दलीय चुनाव
आई एन न्यूज ब्यूरो लखनऊः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सगे भतीजे की पत्नी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है, भतीजे पंकज कोविंद की पत्नी दीपा कोविंद ने बीजेपी से झींझक की नगरपालिका अध्यक्ष पद की टिकट मिलने की उम्मीद की थी। वह काफी देर से टिकट मिलने की दावेदारी पेश रही थीं। लेकिन उनकी दावेदारी पर पलीता लगाते हुए भाजपा ने इस सीट पर एक अन्य महिला को टिकट थमा दिया है। इससे आहत हुई दीपा कोविंद ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।
दरअसल, राष्ट्रपति कोविंद के बडे भाई प्यारे लाल कानपुर देहात के झींझक में रहते है। उनके पुत्र पंकज कोविंद ने पत्नी दीपा कोविंद के लिए झीझंक नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से टिकट मांगा था। इस पर राहुलदेव अग्निहोत्री ने कहा था कि इलाके से टिकट उसी को मिलेगा जो पढ़ा लिखा होगा और पार्टी का सर्मिपत कार्यकर्ता होगा।
पंकज कोविंद ने बताया कि जब टिकट की घोषणा हुई तो हम लोग हैरान हो गए, क्योंकि भाजपा ने जिस महिला को टिकट दिया है। वह पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से जुड़ी थीं और उतनी पढ़ी लिखी नहीं हैं जितनी उनकी पत्नी दीपा कोविंद पढ़ी लिखी है। उन्होंने कहा कि दीपा ने एमए तक शिक्षा प्राप्त की है और उनका परिवार शुरू से भाजपा से जुड़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने हमारी एक नहीं सुनी और टिकट देने से इंकार कर दिया। तब हमने क्षेत्र की जनता से विचार विमर्श कर पत्नी दीपा कोविंद को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया। उन्होंने दावा किया कि झीझंक नगर पालिका से उनकी पत्नी दीपा ही चुनाव जीतेंगी।