पत्रकार विजय चौरसिया से बोले ओमप्रकाश नौतनवा में जीत रही साइकिल
पत्रकार विजय चौरसिया से बोले ओमप्रकाश नौतनवा में जीत रही साइकिल
इंड़ोनेपाल न्यूज वेबपोर्टल ने नौतनवा नगर पालिका अध्यक्ष की सपा प्रत्याशी रजनी जायसवाल के चुनाव प्रचार का जायज़ा लिया। दो-तीन गुट़ों में बंटा प्रचार काफिला सुबह से ही कस्बों के वार्ड़ों में जनसंपर्क में जुट जाते हैं। प्रत्याशी स्वंय महिलाओं के साथ डोर-टू-ड़ोर वोट मांगने में तो, भाजपा छ़ोड़ सपा का दामन थामे प्रत्याशी के ससुर ओमप्रकाश जायसवाल भी प्रचार में पूरा जोर लगाये हुये हैं। पूर्व विधायक मुन्ना ने भी सपा को जिताने के लिये अपने आपको पूरे मनोयोग से प्रचार मैदान में उतार दिया है।पत्रकार विजय चौरसिया ने करीब दो घंटे सपा खेमे के प्रचार प्रसार का जायज़ा लिया। फिर प्रचार करते सपा प्रत्याशी प्रतिनिधि ओमप्रकाश जायसवाल है। से कुछ़ सवाल जवाब किये। ——-
सवाल- निकाय चुनाव के ठ़ीक पहले भाजपा से सपा में क्यों आये?
जवाब- मैं भाजपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी के रुप में कई वर्षों से सेवारत था। निकाय चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी थी। मगर ऐन वक्त पर भाजपा ने मुझे टिकट नहीं दिया। जो पार्टी मेरा सम्मान नहीं रखी, ऐसी पार्टी से जुड़े रहने का कोई मतलब नहीं था। इसलिये मैनें भाजपा छ़ोड़ दिया, सपा ने मेरा सम्मान किया।सवाल- चुनाव आपकी बहू लड़ रही है, आप क्यों नहीं लड़े?
जवाब– मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। मेरे परिवार में दु:खों का पहाड़ भी काफी गिरा। मेरा जवान बेटा संजय असमय काल के गाल में समा गया। मेरी बहू पढ़ी लिखी है,उसके कैरियर को अगर मेरे छवि व राजनैतिक जीवन काल से कुछ़ राह मिल जाये। तो अच्छ़ा होगा। इसीलिए बहू को मैदान में उतारा।
सवाल- विपक्षी कहते हैं कि आप सहामभूति वोटबैंक के लिये बहू को उतारे हैं?
जवाब– मैं इस नगर का बेटा हूं। मेरा व्यापार, राजनीति व समाजसेविता नगर के लोगों से जुड़ी हैं। नगर के लोग मेरा परिवार हैं, और परिवार का हर सदस्य एक दूसरे से सहानभूति रखता है। विपक्षी अगर मान रहे हैं सहामभूति, तो मुझे भी इंकार नहीं है।
सवाल- दो बार हार चुके हैं, इस बार क्या आशा रखते हैं?
जवाब- नौतनवा की जनता जो फैसला देगी सिरआंखों पर होगा। लेकिन इतना जरुर जानता हूं, नौतनवा के जनता के दिल प्यार व भावनाएं जीवित हैं। लोगों का हौसला मिल रहा है। साइकिल जीत रही है।