इंडो-नेपाल बार्डर पर एसएसबी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जागरूकता अभियान शुरु
इंडो-नेपाल बार्डर पर एसएसबी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जागरूकता अभियान शुरु
तीन दिवसीय चलेगा लघु सामाजिक चेतना अभियान
संवाददाता-अरुण वर्मा
आई एन न्यूज ठूठीबारी :भारत-नेपाल की सीमा पर हो रहे अपराध, तस्करी सहित तमाम तरह की योजनाओं व सुविधाओं को लेकर एसएसबी प्रथम वाहिनी के तत्वाधान में ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भरवलिया में तीन दिवसीय लघु सामाजिक चेतना अभियान का भव्य आगाज दिन बुधवार की सुबह किया गया। आयोजन में बेहतर बेहतर योगदान के लिए एसबीआई ठूठीबारी के शाखा प्रबंधक बीके सिंह को स्मृति चिन्ह दे सम्मनित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसएसबी के डिप्टी कमाण्डेन्ट राजेश पाल ने अभियान के मुख्य उद्देश्य को फोकस करते हुए कँहा कि भारत-नेपाल की सीमा से होने वाले अपराध, तस्करी ना ही करे और ना ही किसी को करने दे।
एसएसबी प्रथम वाहिनी नौतनवां ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम लघु सामाजिक चेतना अभियान की शुरुआत दिन बुधवार की सुबह ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के भरवलिया में पूरी भव्यता के साथ प्रारम्भ किया। इस आयोजन में एसएसबी के द्वारा निःशुल्क पशु चिकित्सा , मानव चिकित्सा, आधार पंजीकरण, निःशुल्क दवा वितरण कैंटीन के दाम पर घरेलू उपयोग की वस्तुओं की विक्री करा क्षेत्रवासियों को अपनी तरफ आकर्षित किया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करा किया गया। वही क्षेत्र के विभिन्न कॉलेजों से आयी छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में राधा कुमारी इण्टर कालेज, स्वामीविवेकानंद इण्टर कालेज सहित कई अन्य स्कूल की छात्राओं ने हिस्सा लिया बहन आकांक्षा व उनकी सहेलियों के द्वारा स्वागत गान, मुरली की तान करो व तुम्हारी झुमरी से गानों की प्रस्तुतियां सबको झखझोर कर रख दी। वही डिप्टी कमाण्डेन्ट राजेश पाल की नन्ही बच्ची ने बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ पर एक मार्मिक गाने पर डांस कर लोगो को जागरूक होने के लिए उदाहरण पेश किया। बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी कमाण्डेन्ट राजेश पाल ने आयोजन में आये सभी आगंतुकों का आभार प्रकट करते हुये कहाँ कि एसएसबी का मुख्य उद्देश्य लोगो के अन्दर जागरूकता पैदा करना है जिससे कि सीमा पर होने वाले अपराध सहित तस्करी आदि पर लगाम लगाया जा सके। वही एसएसबी के एसओ ओमवीर सिंह ने एसएसबी के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सन 1962 भारत-चीन युद्ध के बाद 1963 में एसएसबी की उत्पत्ति हुई। सन 1999 से वन बार्डर वन फोर्स की नीति पर काम करते हुए हमें भारत-नेपाल व भारत-भूटान की सीमा की जिम्मेदारी सौंपी गई तब से लेकर आज तक हम आपसभी के सहयोग से आपकी सेवा में लगे हुए है। आयोजन में विशेष योगदान के लिए डिप्टी कमाण्डेन्ट राजेश पाल ने एसबीआई ठूठीबारी शाखा प्रबन्धक बीके सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जबकि शाखा प्रबंधक ने अपने संबोधन में बेटी बचाओ या बेटी पढ़ाओ पर अपनी बात रखी। उक्त आयोजन तीन दिन तक चलेगा। इस अवसर पर एसएसबी बीओपी ठूठीबारी, शितलापुर, झिंगटी, बरगदवा बाजार सहित तमाम अफसरान व पत्रकार उपस्थित रहे।