महाव नाला:कितना वाजिब होगा घने जंगलों में मनेरगा मजदूरों से काम
महाव नाला : कितना वाजिब होगा घने जंगलों में मनेरगा मजदूरों से काम
विशेष संवाददाता-धर्मेंद्र चौधरी
आई एन न्यूज ब्यूरो नौतनवा::बरसात के दिनों में नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के दर्जनों गावों पर आफत लाने वाले महाव नाला पर इस वर्ष शासन व प्रशासन गंभीर दिख रहा है। करीब 39 लाख रुपये की लागत से महाव नाले के पटे क्षेत्र को साफ करने की कवायद शुरू हो गयी है। वन विभाग ने इस काम को पूरा कराने का जिम्मा लिया है, जबकि सिंचाई विभाग काम की
निगरानी में है।
अब, यहां गौर करने वाली बात यह है कि नाला के मुख्य साफ सफाई का काम सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के मधवलिया व उत्तरी चौक रेंज के घने जगलों में होना है। धन का आवंटन मनेरगा के तहत हुआ है, तो जाहिर है कि काम मजूदरों से हो रहा है।
सवाल यह उठ़ रहा है कि ” घने जंगल में मनरेगा मजदूरों से काम कराना कितना वाजिब है” ?
दूरी भी कम नहीं,करीब 8 किलोमीटर है। यह कैसे होगा ?
यहां यह सवाल उठाना इस नाते भी वाजिब बन रहा है। क्यों कि ऐसे कार्य पूर्व के वर्षों में भी हुए है। मगर नतीजे ढ़ाक के तीन पात ही निकले हैं।
इस बार नयी चीज़ सिर्फ यही है कि सिंचाई व वन विभाग एक जुट होकर यह काम करा रहा है। लेकिन काम का सबसे बड़ा फाल्ट यही है कि जगंल में मजदूर काम करेंगे। कितने खट कर काम कर पायेंगे? या फिर निर्धारित कार्य लक्ष्य कितना पूरा होगा ? यह तो बाद में पता ही चलेगा।
प्रत्यक्षदर्शिथों की मानें तो, जंगल में करीब 8 किमी लंबाई में पटे महाव नाला की साफ सफाई केवल मजदूरों से होना असंभव है। बावजूद इसके, प्रशासन ऐसी ही कार्य रूपरेखा हर वर्ष बनाता है। क्यों? क्या अन्य कोई विकल्प नहीं है?
गांव से दासियों किमी दूर घने जंगल में स्थित कार्य स्थल पर मजदूर कितने बजे पहुंचेगा, फिर कितनी देर काम करेगा, और कितने बजे वह घर की ओर रवाना होगा। मजदूरों का जंगली जानवरों से सुरक्षा, साथ ही महिला मजदूरों की अन्य सुरक्षाऐं भी सवाल के रुप में दॉये बांये खड़ी रहती हैं।
स्पष्ट है कि,हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महाव के नाम पर धन बहाने की खानापूर्ति शुरु हो गयी है। जरूरत है, महाव नाले के लिए एक विशेष प्लान की।
नहीं तो तैयार रहें, भारतीय क्षेत्र में करीब 23 किलोमीटर बहने वाला नेपाल का पहाड़ी नाला महाव बरसात में फिर आफत मचाऐगा। ,,,और लाखों रुपये पलक झपकते ही पानी में बह गये दिखा दिये जायेंगे।