नेपाल में 6 महीने में 17 गेंडों की मौत

नेपाल में 6 महीने में 17 गेंडों की मौत

नेपाल में 6 महीने में 17 गेंडों की मौत

विशेष संवाददाता-विजय चौरसिया की एक रिपोर्ट

आई एन न्यूज ब्यूरो नेपाल: नेपाल में जहां एक ओर पिछले तीन साल से गैंडों के शिकार के खिलाफ‘नो राइनो पोचिंग‘ अभियान चल रहा है, वहीं दूसरी ओर पिछले छह महीनों में चितवन राष्ट्रीय उद्यान (सीएनपी) में 17 गेंडों की मौत हो चुकी है। वैसे अधिकारियों ने गैंडों की मौत के लिए प्राकृतिक मृत्यु,गैंडों की लड़ाई और प्रसव संबंधी जटिलता जैसे विविध कारणों को जिम्मेदार ठहराया है।

हालांकि गत वर्ष 25 गैंडों की मौत हुई थी उस मुकाबले इस वर्ष इनकी मौत में कमी देखी गई है। सीएनपी के सूचना अधिकारी नुरेन्द्र अर्याल ने बताया कि गेंडे के दो बच्चों की मौत बाढ़ में बहने से हो गई तथा एक शिशु गैंडों को बाघ ने खा लिया। अमूमन गेंडों का जीवन काल 50 वर्ष का होता है लेकिन 30 साल के बाद ये शारीरिक और मानसिक तौर से निर्बल होने लगते है। अधिकांश गैंडों की मौत 30 से 35 वर्ष की आयु में हो जाती है । 

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