चीन व पाकिस्तान की खुफिया विभागों के रड़ार पर कैसिनों जाने वाले सफेदपोश
चीन व पाकिस्तान की खुफिया विभागों के रड़ार पर कैसिनों जाने वाले सफेदपोश
इंडो नेपाल न्यूज ब्यूरो नेपाल :भारत-नेपाल की महत्वपूर्ण सीमा सोनौली से महज़ कुछ़ किलोमीटर दूर ही धड़ल्ले से खोले जा रहे कैसीनों (जुआघरों) ने कई भारतीय सफेदपोशों को अपने मारीचिका के आगोश में ले लिया है।
सीसीटीवी फुट़ेज, प्राइवेट लोगों के मोबाईल फोन के कैमरे इन सफेदपोशों की हर काली करतूत को अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं। अभी हाल ही में वायरल हुआ महराजगंज के एक विधायक का कैसीनों में जुआ ख़ेलते विड़ियो अन्य भारतीय सफेदपोशों के लिए एक सबब हो सकता है।
जनता के वोट से जिम्मेदार पदासीन नेताओं को भी इस पर मनन की जरुरत है, कि नेपाल यात्रा में एक हल्की सी चूक भी उन्हें बुरे फंसा सकती है।
बतादें कि नेपाल में चीन की खुफिया विंग के अलावा पाकिस्तान का खुफिया विभाग आईएसआई भी काफी सक्रिय है। जिनका नेपाल के जुआघरों पर विशेष ध्यान होता है। ऐसी परिस्थितियों के बावजूद भारत के जिम्मेदार पदेन लोगों का भी नेपाली मारीचिका में बहक़ जाना। आ बैल मुझे मार ही तो हुआ।
एक अन्य मिली जानकारी के मुताबिक नेपाल के जुआघरों ने अपने विशेष ग्राहकों के लिए एट़ीएम कार्ड़ की तरह एक विशेष कार्ड़ बना कर दिया। जिस पर एक कोडवर्ड होता है। यह कोड़ बता या कार्ड़ दिखाकर कर उससे बिना कोई आईड़ी प्रूफ लिए जुआघर में इंट्री मिल जाती है। सिर्फ पहली बार ही उसके आधार कार्ड या निर्वाचन कार्ड़ या ड्राइविंग लाइसेंस की फोट़ो कापी ली जाती है।
कुछ़ जुआघरों से मिली जानकारी के मुताबिक एक -दो नहीं बल्कि दर्जनों की संख्या में भारतीय सफेदपोश कैसीनों इंट्री कार्ड बनवाएं है।
अब इसे सफेदपोशों की लापरवाही कहें या मुर्खता। जहां एक तरफ भारत में आधार कार्ड़ से गोपनीयता लीक व फेसबुक डाट़ालीक जैसे हाईप्रोफाइल डिजिटल क्राइम की बाते उभर कर सामने आ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ नेपाल के जुआघरों जैसे असुरक्षित स्थानों पर नेता अपने पहचान के साक्ष्य को ऐसे लोगों हाथों में थमा दे रहें। जिन्हें वह दूर दूर तक नहीं जानते हैं।
बतादें कि नेपाल के जुआघरों के मालिकान में चीन, पाकिस्तान से लगाए कुछ़ अन्य विदेशी निवेशकों की भी भागीदारी है।
,,और इन जुआघरों में केवल भारतीय नागरिकों को ही प्रवेश की अनुमति है।
,,यह एक बड़ा खेल भी हो सकता है। सचेत रहें! क्योंकि “जुआ किसी का न हुआ” ।