मुम्बई : राधे मां फिर हुई अपने भक्तो से हुईं रूबरू
मुम्बई : राधे मां फिर हुई अपने भक्तो से हुईं रूबरू
(रिजवान खान )
आई एन न्यूज डेस्क मुम्बई :
लंबे समय से विवादों के बीच घिरी राधे मां की अपने चाहने वालों से दूरियां बढ़ती ही जा रही थीं । एक के बाद एक कई तरह के आरोप राधे मां के ऊपर लगाये जा रहे थे । जिसके कारण राधे मां के भी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही थीं । लेकिन इन सब परेशानियों का सामना करने के बाद राधे मां फिर से अपने चाहने वालों के बीच आने का प्रयत्न कर रही हैं । और इसी प्रयत्न की एक तस्वीर शाम को देखने को मिली । शनिवार की शाम मुंबई के जुहू स्थित इस्कान सभागृह में राधे मां के भव्य प्रोग्राम का आयोजन किया गया । जिसमें राधे मां ने प्रोग्राम में आए हुए अपने सभी चाहने वालों को मंत्रमुग्ध किया । और आशीर्वाद दिया ।
आयोजक मंडली के सदस्य ‘ श्री केशव रवि ‘ जी ने फोन पर ‘ इंडो नेपाल न्यूज़ ‘ को बताया कि राधे मां का प्रोग्राम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ ।
बता दें की राधे मां का नाम पहले सुखविंदर कौर था । राधे मां का जन्म पंजाब के गुरुदासपुर जिला के ‘ दोरांगला गांव ‘ में 1965 में हुआ । राधे मां को बचपन से ही पढ़ाई से ज्यादा पूजा पाठ करने में मन लगता था वह ज्यादा समय अपने घर के पास बने काली मंदिर में पूजा करने में समय बिताती थीं । धीरे-धीरे समय बीतता गया और राधे मां की चर्चाएं भी बढ़ती गईं ।
लोगों में यह विश्वास होने लगा कि राधे मां के सामने अगर कोई मन्नत मांगी जाये तो पूरी हो जाती है । इसी प्रकार धीरे धीरे राधे मां के प्रति लोगों की आस्था भी बढ़ने लगी । और राधे मां मशहूर होने लगीं । उसके बाद राधे मां ने मुंबई में आकर अपना आश्रम खोल लिया । और मुंबई में भी उनके मानने वालों की संख्या बढ़ने लगी थी । लेकिन जैसे जैसे उनकी चर्चाएं बढ़ने लगी उसी के साथ साथ राधे मां कई प्रकार के विवादों से भी घिरने लगी थीं । 21 साल की उम्र में राधे मां ने अपने गुरु महंत श्री रामाधीन परमहंस की शरण में 6 महीने तक दीक्षा ली थीं । उसके बाद गुरु महंत परमहंस जी ने ही सुखविंदर कौर को राधे मां का नाम दीया था ।