नेपाली जनता पूर्व नरेश के सम्बोधन पर हम्रो राजा हम्रो देश प्राण भन्दा प्यारो छ के लगाये नारे
निषेध की राजनीति से विद्रोह पैदा होता है —ज्ञानेन्द्र शाह
आईएन न्यूज टीम काठमान्डू/ नेपाल पडोसी राष्ट्र नेपाल के राजधानी मे अन्तराष्टिय हिन्दू विराट सम्मेलन को सम्वोधित करते हुये पुर्व नरेश ज्ञानेन्द्र शाह ने कहा कि देश मे निषेध राजनिति के कारण असन्तुलन हो गया है । बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय के मूलमन्त्र के आत्म साथ के साथ आगे बढना होगा , देश मे राजनीतिक अस्थीरता के कारण देश बाहरी हस्तक्षेप बढने से जनता मे निराशा छाया हुआ है । कभी नेपाल बिश्व शान्ति सहिष्णुता का उदहारण था । आज हमारी क्या अवस्था हो ग्ई है । पुरे नेपाल मे घोर निराशा छाया हुआ है । हर जगह राजनीतिक गतिविधि एवं हस्तक्षेप के कारण जनता परेशान है ।
पुर्व राजा ने यह भी कहा कि जनता मे छाया चरम निराशा हमारे लिये अभिशाप है । अब नेपाल को नया सोच की जरूरत है । भाषा , इतिहास धर्म दर्शन, देश धरोहर वैभव प्रेणा है । सनातन हिन्दू जो जहा है शान्ति और सदभाव बनाये हुये है । कभी नेपाल पुरे बिश्व मे अकेले हिन्दू राष्ट हुआ करता था । आज नेपाल मे ८० % हिन्दू जनता है ।
स्मरण रहे कि नेपाल मे गणतंत्र स्थापना के बाद आज पहली बार पुर्व नरेश ज्ञानेन्द्र शाह ने सार्वजनिक सम्वोधन हिन्दू महा सम्मेलन के माध्यम से भाषण दिया । नेपाल की जनता ने जय जय कार और हम्रो राजा हाम्रो देश प्राण भन्दा प्यारो छ् के नारे लगाये । गोरखपुर के सासद योगी आदित्य नाथ जी ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया ।