बनते ही उखड़ने लगी ठूठीबारी निचलौल की सड़क
बनते ही उखड़ने लगी ठूठीबारी निचलौल की सड़क
– विगत दो माह पूर्व बने सड़क दर्जनों जगह टूटी
– शासन व मानक दोनों की अनदेखी कर कार्यदायी संस्था ने काटी मलाई
अरुण वर्मा
आई एन न्यूज ठूठीबारी डेस्क:
शासन व मानक की अनदेखी कर विगत दो माह पूर्व बनाई गई ठूठीबारी-निचलौल सड़क अभी से आंसू बहाना शुरू कर दिया है। ठूठीबारी व निचलौल के बीच कइयों दर्जन में होल व दरारें पड़ गई है वही उसकी बिखरी गिट्टियां जानलेवा बनती दिख रही है।
मानक को ताक पर रख विगत दो माह पूर्व बनी ठूठीबारी-निचलौल की सड़क अभी से बदसूरत दिखने लगी है। सड़क पर अभी से बड़े बड़े गड्ढ़े दिखने लगे है। योगी सरकार के द्वारा यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर बेहतर सड़कों का निर्माण तो कराया जा रहा है पर निर्माण में घटिया साजो सामान का प्रयोग कर मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कुछ ऐसा ही नजारा हाल ही बने निचलौल-ठूठीबारी मार्ग पर देखने को मिल रहा है।
निचलौल-ठूठीबारी जर्जर मार्ग की मरम्मत अभी दो माह पूर्व हाल में कराई गई है।
मार्ग की मरम्मत के नाम पर विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों ने करोड़ों रुपये खर्च कर सड़क के बेहतर मरम्मत का दावा किया। राहगीरों को लगा कि अब हमे इस सड़क से होकर गड़ौरा, निचलौल, सिसवा, महराजगंज जाने में किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं होगी, लेकिन बनने के दो माह के भीतर ही जगह- जगह सड़क पर डाली गई गिट्टियों के उखड़ते ही लोगों की सारी खुशियां गायब होने लगीं हैं ।
क्षेत्रवासियों नागरिक राजेश सिंह(पूर्व प्रधान), उज्जवल सिंह, डॉक्टर नीतिश दूबे, भवन गुप्ता, अमरजीत मद्धेशिया, राजकुमार रौनियार, अनिल रौनियार, सुभाष वर्मा, शम्भू मद्धेशिया, विनोद, राजू, राजेश रौनियार, सच्चिदानंद, अशोक, दिनेश रौनियार, अतुल रौनियार, रामलाल, रंगीलाल जायसवाल, बनारसी गुप्ता, रमेश लाला, संजय काले, ने जांच कराकर कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। (महाराजगंजउ०प्र०)