लखनऊ: मोदी बोले, देश प्रधानमंत्री चला पाता है या पटवारी
लखनऊ: मोदी बोले, देश प्रधानमंत्री चला पाता है या पटवारी
पीएम मोदी लखनऊ में 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के उद्योगों की रखीं नींव।
2022 तक सबको घर देने का पीएम मोदी ने किया वायदा।
इंडो नेपाल न्यूज लखनऊ टीम:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले कार्यक्रम में 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के उद्योगों की नींव रखीं। इन परियोजनाओं से तकरीबन दो लाख युवाओं को रोजगार देने के अवसर पैदा होंगे। पीएम मोदी के लखनऊ दौरे से जुड़ी
अपडेट्स एक नजर में………
मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का सांसद होने के नाते, प्रदेश के विकास की खबरें बहुत खुश करती हैं। मैं यहां आता नहीं हूं, बल्कि यहीं का हूं। अटल जी ने ना सिर्फ सपना देखा, बल्कि उनका रोड मैप तैयार किया था। अटल जी की सोच को आगे ले जाने का काम हम तेजी से कर रहे हैं। विश्व में जो भी बेहतर सुविधा है, उसे देश के युवाओं तक पहुंचाने का काम सरकार कर रही है।
श्री मोदी ने कहा कि मोबाइल फ़ोन इसलिए सस्ते हुए, क्योंकि देश में इसका निर्माण शुरू हुआ। हम विश्व में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। 50 से अधिक फैक्ट्री उत्तर प्रदेश में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा में भी उत्तर प्रदेश हब बनने जा रहा है। ग्रीन और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में उद्योग के साथी आगे आएं।
उन्होने यह भी कहा कि उद्योग लगने से दो लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेंगे। उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता से वादा किया था कि ब्याज सहित उनका प्यार लौटाऊंगा जिसे लौटा रहा हूँ।
श्री मोदी ने यह भी कहां कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी नहीं ये रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी है। बदली हुई कार्य संस्कृति उद्योग के लिए अवसर देगी। आज का आयोजन उत्तर प्रदेश पर बढ़ते भरोसे की उपलब्धि का प्रेरक है। देश को बनाने में उद्योगपतियों की भूमिका होती है। देश या तो प्रधानमंत्री या पटवारी चला पाता है। मुख्यमंत्री से लेकर पटवारी तक एक सोच के साथ चल कर काम हुआ । लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। 60 हज़ार करोड़ कम नहीं होता है। आपने अकल्पनीय काम किया है। अफसरों को भी बधाई दी।
और कहा कि संवेदनसील सरकार होते हुए संकट से जनता को निकालने, शांति और सुरक्षा देना राज्य सरकार की बड़ी जिम्मेदारी है। इसी विचार के साथ हम आगे बढ़ते रहे हैं और खुशी है कि परिवर्तन लाने के लिए हम सब मिलकर तैयार हैं। पीएम मोदी ने 60 हजार करोड़ की 81 परियोजनाओं का आज शिलान्यास किया।
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने विशेष सुरक्षा बल औद्योगिक क्षेत्रों में बनाने का निर्णय लिया है। एक वो समय था निवेशक बाहर जाने को तत्पर थे, आज सैमसंग हो या अन्य सब यहां अपने काम का विस्तार करने में लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री योगी जी ने कहा पांच माह में 60 करोड़ से अधिक के प्रस्तावों को धरातल पर लाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे के बनने और बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे बनने से उत्तर प्रदेश के लोगों को काफी फायदा होगा।
इसी क्रम में आईटीसी के चेयरमैन संजीव पूरी ने कहा कि उत्तरप्रदेश में बिजनेस के लिए अच्छा मौहाल बना है। राज्य के पास अच्छे लोकेशन और बाजार उपलब्ध हैं। कृषि, विनिर्माण और सेवा तीन क्षेत्र में हमारी कंपनी काम कर रही है। हरियाली प्रोजेक्ट के तहत 2 लाख किसानों को लाभ मिला है। जब कि गौतम अडानी ने कहा कि सीएम योगी के विजन से उत्तर प्रदेश में बहुत संभावनाएं बढ़ गई हैं। 2020 तक नये प्लांट शरू हो जाएंगे। 3000 लोगों को रोजगार मिलेगा। सरकार से सहयोग मिल रहा है।
कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि नए आद्योगिक युग की शुरुआत है। कम समय में उद्योगों को बढ़ावा देना वाले मुख्यमंत्री को कुमार मंगलम बिड़ला ने चैंपियन बताया।
उन्होंने कहा कि 15 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। इससे रोजगार के ढेरों अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इन्वेस्ट करने में नंबर वन है।
सतीश महाना ने अपने स्वागत भाषण में कहा, उत्तर प्रदेश 7 मार्च 2017 में सरकार बनी। इंडस्ट्री और सरकार की बीच दूरी थी। यूपी ने कार्य प्रणाली में बदलाव लाया। उद्योगपति 24 घंटे किसी भी समय मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं। इंडस्ट्री लगा सकते हैं। हालांकि, कुछ कामों में समय लग रहा है। इससे बड़ा समिट करेंगे हम।
बता दे कि प्रधानमंत्री इंदिरागांधी प्रतिष्ठान पहुंचे, हॉल में सभी ने खड़े होकर तालियां बजाकर किया स्वागत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शॉल भेंटकर उनका स्वागत किया।
इसके पूर्व लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी का स्वागत किया। 60 हजार करोड़ रुपए की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास करने के लिए पीएम मोदी लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे।
जब कि इससे पहले पीएम मोदी ने शनिवार को साल 2022 तक सबके लिए घर देने का वायदा किया। पीएम ने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि जब आजादी के 75 साल पूरे हों तो कोई ऐसा गरीब ना हो जिसके सर पर छत ना हो। यह योजना महिला सशक्तिकरण का उदाहरण भी है। जिसमें मकान की रजिस्ट्री महिला के नाम हो रही है। अब मोहल्ले में लोग पूछेंगे कि इस मकान की मालकिन कौन है।