पथरी निकालने में लोहिया संस्थान ने बनाया कीर्तिमान
पथरी निकालने में लोहिया संस्थान ने बनाया कीर्तिमान
वर्ष 2007 में नई दिल्ली स्थित फोर्टिस अस्पताल में डॉ. राजेंद्र यादव ने एक मरीज का ऑपरेशन कर किडनी में से 856 पथरी निकाली थीं। अब 11 साल बाद लखनऊ के लोहिया संस्थान में एक मरीज की दोनों किडनी में से 2800 पथरी निकाली गई है। यह कामयाबी संस्थान के यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. ईश्वर राम दयाल के नेतृत्व में डॉ. आकाश, डॉ. अनुराग और डॉ. विकास ने हासिल की, जो उत्तर भारत में रिकॉर्ड है। हरदोई के शाहाबाद का 48 वर्षीय राम प्रकाश पेट में दर्द से काफी समय से परेशान था। उसने कई जगह इलाज कराया, लेकिन उसे आराम नहीं मिला। वह थक-हार कर लखनऊ आया और लोहिया संस्थान में डॉ. ईश्वर राम दयाल से मिलकर अपनी प्रॉब्लम बतायी।
डॉ. दयाल ने जांचोपरांत पाया कि उसे क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) है। उसे 17 मार्च को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। फिर उसकी गहन जांचें हुईं, तो उसकी दोनों किडनी में तीन बड़े व छोटे-छोटे कई पथरी के होने का पता चला। डॉ. दयाल के मुताबिक दाहिनी किडनी में एक और बायीं में दो बड़ी पथरियां थीं। इन्हें लेजर मशीन से तोड़कर बाहर निकाल दिया गया, लेकिन दोनों किडनी में छोटी-छोटी ढेरों पथरी थीं। उन्हें लेजर मशीन से नहीं निकाला जा सकता था।
इसलिए सक्शन मशीन से ये सब खींच कर बाहर निकाली गईं। डॉ. दयाल के मुताबिक किसी भी प्राइवेट अस्पताल में इस ऑपरेशन के डेढ़ से दो लाख रुपये लगते। राम प्रकाश बीपीएल कार्ड धारक हैं, इसलिए उसका मुफ्त में ऑपरेशन किया गया। लोहिया संस्थान में नई जिंदगी पाकर राम प्रकाश बहुत खुश है।