आस्था का एतिहासिक केन्द्र बना बऊरहवा बाबा शिव मंदिर गोपलापुर शाह
आस्था का एतिहासिक केन्द्र बना बऊरहवा बाबा शिव मंदिर गोपलापुर शाह
●फरेंदा तहसील मुख्यालय से मात्र 3 कि.मी.दुरी पर है स्थित 200 वर्ष पुराना है जागता शिव मंदिर
●मन मागे मुरादे पुरा करते है बऊरहवा बाबा भोले नाथ
संवाददाता-रामकिशुन कुमार
इंडो नेपाल न्यूज ब्यूरो फरेंदा: एतिहासिक बऊरहवा बाबा शिव मंदिर एक अपने आप मे विख्यात भोले नाथ जी का शिव मंदिर है।
मंदिर के पुजारी रामानन्द यादव ने बताया कि मै फरेंदा तहसील के गोपलापुर शाह के निवासी है मेरा दोनो आख खराब हो गया था और मै पुरी तरह से विमार हो गया था जो मै चल फिर नही पा रहा था और एक जगह अपने घर पर बैठे रहते थे । और मेरे घर के लोग काफी दवा ईलाज कराये लेकिल मै ठिक नही हो पाया।उसके बाद मेरे घर के लोग ले जा कर गाँव के शिव मंदिर बऊरहवा बाबा के दरबार मे कर दिए जहाँ मै भोले नाथ मंदिर में पुजा अर्चना करने लगा और धीरे धीरे मेरा आख ठीक हो गया और मेरे दोनो आख से पूरी तरह से पहले की तरह दिखाई देने लगा और मै साईकिल से आने जाने लगा और मै पुरी तरह से स्वस्थ हो गया।यह तब मुझे आभास हुआ कि यह तो भोले नाथ का ही कृपा है तभी से मै बऊरहवा बाबा शिव मंदिर मे फुल टाईम पुजा पाठ करने लगा और आज भी कर रहा हुँ ।और बऊरहवा बाबा सभी भक्तो कि मुरादे पुरी करते है और यहा शिव मंदिर पर भारी संख्या में शिव भक्तो कि भीड़ प्रतिदिन लगता है।