सोनौली में बुलावे के बाद भी एएसपी की बैठ़क में नहीं आया कस्ट़म विभाग?
सोनौली में बुलावे के बाद भी एएसपी की बैठ़क में नहीं आया कस्ट़म विभाग?
इंड़ोनेपाल न्यूज ब्यूरो सोनौली:
राजमार्ग पर बेपट़री हुई यातायात व्यवस्था व मालवाहक ट्रकों की कतार से आये दिन उपज रहे विवाद और हादसों से निजात के लिए पुलिस परेशान है। जिसके मद्देनजर सोनौली कोतवाली परिसर में रविवार की शाम चार बजे पुलिस विभाग द्वारा एक सामंजस्य बैठ़क बुलाई गई । बैठ़क में एडिशनल एसपी आशुतोष शुक्ला अपने मातहतों के साथ मौजूद रहे। ट्रक मालिक आये, नौतनवा व सोनौली के व्यापारी भी मौजूद रहे। लेकिन पुलिस विभाग ने दावा किया कि आमंत्रण के बावजूद कस्ट़म विभाग का कोई भी नहीं आया।
पुलिस महकमें को बैठ़क की औपचारिकता बिना कस्टम विभाग के ही निभानी पड़ी।
बैठ़क में सीओ डा. धर्मेंद्र कुमार यादव एक व्यापारी को ही कस्टम विभाग का अधिकारी समझ बैठ़े और अपनी समन्वय संबंधी बातें कह ड़ाली। व्यापारी भी आवाक् सीओ साहब की हां में हां मिलता चला गया। इसी बीच कुछ़ लोगों ने ट़ोक दिया कि जो हां में हां मिला रहे हैं। वो कस्टम विभाग से नहीं बल्कि व्यापारी हैं।
जिस पर सीओ साहब ने कोतवाल आनंद कुमार गुप्ता व चौकी इंचार्ज सतीश सिंह से पूछ़ा कि कस्ट़म विभाग के लोग क्यों नहीं आये। जिस पर जवाब यह मिला कि बुलाया तो गया था, लेकिन आये नहीं।
हाल फिलहाल, एएसपी ने ट्रक मालिकों और व्यापारियों से वार्ता की। ट्रक मालिक और व्यापारियों की बातों को सुनने के बाद उन्होंने मातहतों को सख्त निर्देश दिए की यातायात व्यवस्था को पटरी से उतराने वालो के साथ कोई नरमी ना बरती जाय। नौतनवा कस्बे से वाहनों की कतार ना लगने दिए जाए। नौतनवा रेलवे रैक से लोड होने वाले ट्रक के छपवा तिराहे होते हुए सोनौली के लिए जाएंगे । सभी स्थानीय ट्रकों पर एक स्टीकर लगाया जाएगा जिससे स्थानीय और बाहरी ट्रकों की पहचान हो सके । जाम न लगने पाये।
इन्हीं सभी बातों के साथ पुलिस महकमें की पीस कमेट़ी तरह की बैठ़क समाप्त तो हो गई।
लेकिन बैठ़क में आये लोगों के बीच यह बात चर्चा का विषय बनी कि मालवाहक ट्रकों के संबंध में आहूत की गई बैठ़क में कस्टम विभाग क्यों नहीं आया?
इस संबंध में कस्टम उपायुक्त शशांक यादव का कहना है कि पुलिस विभाग ने हमारे विभाग को मिट़िंग में बुलाने संबंधी कोई सूचना नहीं दी थी।
(महराजगंज उ०प्र०)