नेपाल के एक मदरसे में बहलाफुसला कर भेजी जा रही नाबालिग भारतीय बालिकाएं
नेपाल के एक मदरसे में बहलाफुसला कर भेजी जा रही नाबालिग भारतीय बालिकाएं
इंड़ोनेपाल न्यूज ब्यूरो नेपाल
नेपाल के रुपंदेही जिला के मर्चवार क्षेत्र में मझगांवा गांव के पास स्थित एक चर्चित बड़े मदरसा में भारतीय क्षेत्र की नाबालिग बालिकाओं को शिक्षा के नाम पर बहलाफुसला कर भेजा जा रहा है। इस काम के लिए कथित मौलानाओं का एक समुह सक्रिय है। जो कि महराजगंज व सिद्धार्थनगर जिले के गांवों में जाकर मुस्लिम परिवारों का सर्वे कर रहा है, और गरीब तबके के परिवार की बालिकाओं को अच्छी निश्शुल्क तालीम के नाम पर नेपाल ले जा रहा है।
मामला तब प्रकाश में आया, जब कुछ़ दिन पूर्व महराजगंज के निचलौल क्षेत्र की रहने वाली बालिका को मझगांवा तक पहुंचाने के लिए उसके दो रिश्तेदार परेशान रहे। वह मोटरसाइकिल पर सवार थे और मझगांवा जाने का शार्टकट रास्ता तलाशते हुए हरदीडाली गांव के सरहद तक आ गये। ग्रामीणों से रास्ते की पूछ़ताछ के दौरान उन्होंने ने बताया कि एक मौलाना की बातों में आकर उनकी एक महिला रिश्तेदार ने अपनी 13 वर्षीय बालिका का दाखिला नेपाल में करा दिया है। ग्रामीणों ने सवाल किया कि भारत में भी मदरसें हैं, फिर नेपाल के मदरसे में दाखिला क्यों? जिस पर बालिका के साथ आये उसके रिश्तेदारों ने बताया कि एक मौलाना अच्छी आवासीय सुविधा व तालीम के नाम पर ऐसा किया है।
मझगांवा के कुछ़ किलोमीटर दूर स्थित इस मदरसे में हजारों बच्चे दाखिला लिए बताए जा रहे हैं। जिसमें सैकड़ों बच्चे भारतीय बताए जा रहे हैं। यहां हास्टल की तरह सुविधाएं होने का दावा किया जाता है। बच्चों को घर आने का मौका कम ही मिलता है।
गौर करने वाली बात यह कि नेपाल सरकार के किसी भी आंकड़े में इस मदरसे में मौजूद छात्र-छात्राओं की संख्या व नाम पते का कोई जिक्र नहीं है, और न ही इस बात की विस्तृत जानकारी है कि इस मदरसा संचालन के लिए पूरा धन कहां से आता है? एक जानकारी के अनुसार फैजल समुह नामक एक अंतरराष्ट्रीय संस्था इस मदरसे को फंडिंग करती है। लेकिन इस बात की पुष्टि कहीं से नहीं हो पाई है। नेपाल के मर्चवार का चर्चित यह मदरसा भारतीय खुफिया विभागों के भी रडार पर होना बताया जा रहा।
बड़ा सवाल यह कि भारतीय बच्चे शिक्षा के नाम नेपाल के एक मदरसे में हैं। जिसका कोई आंकड़ा न तो नेपाल सरकार के पास है न ही किसी भारतीय आंकड़ों में हैं। जो कि तमाम संदिग्धता भरे सवाल खड़े कर रही हैं। rupandehi Nepal