मोदी के डिजिटल सपने को योगीराज में अधिकारी लगा रहे हैं पलीता….?
मोदी के डिजिटल सपने को योगीराज में अधिकारी लगा रहे हैं पलीता….?
●मोदी के डिजिटल सपने को योगीराज में नहीं मिल पा रही मंजूरी
●मोदी के डिजिटल सपने को योगीराज में नहीं मिल पा रही मंजूरी
आई एन न्यूज ब्यूरो लखनऊ। यूपी सरकार बीते 18-19 माह से डिजिटल मीडिया के लिए वेब पॉलिसी को अमली जामा पहनाने में नाकाम रही है। सरकार की योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए सबसे उचित माध्यम सोशल और डिजिटल मीडिया को माना जाता है, लेकिन शासन स्तर पर अभी तक वेबसाइटों के लिए सरकार द्वारा बनाई गयी वेबनीति अधर में लटकी है।
बताते चलें कि प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार बीते साल लेकर आई थी। इसमें विज्ञापन मान्यता व विज्ञापन देने को लेकर काफी सख्त प्रावधान दिये गए थे। प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद वेब पोर्टल को सरकारी विज्ञापन के लाभ के दायरे में लाने के लिहाज से नीति में कई संशोधन किए थे और इसे जल्द लागू करने की बात कही गयी थी।
इस फैसले के करीब 18-19 माह बाद भी शासन स्तर पर वेब मीडिया नीति को लागू करने की बता महज अभी कागजों पर ही है। जबकि आने वाले कुछ माह बाद यूपी सरकार कुम्भ मेले का आयोजन करने जा रही है, जिसे सफल बनाने के लिए सरकार ने डिजिटल मीडिया का सहारा लेने की योजना बनाई है लेकिन सरकार की इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने वाले नौकरशाहों ने अभी तक वेब मीडिया नीति को सिर्फ फाइलों में दबा कर रखा हुआ है।
वहीं अगर वेब मीडिया नीति की बात की जाये तो भाजपा शासित कई प्रदेशों में काफी पहले से वेबसाइटों को विज्ञापन का प्रावधान है, लेकिन यूपी सरकार 18 महीने बाद भी इस नीति को लागू करने में असफल नजर आ रही है।