सोनौली बार्डर: बच्चों की तस्करी की रोकथाम हेतु स्वरक्षा कार्यक्रम समपन्न
सोनौली बार्डर: बच्चों की तस्करी की रोकथाम हेतु स्वरक्षा कार्यक्रम समपन्न
आई एन न्यूज सोनौली डेस्क
भारत-नेपाल सीमा पर मानव एवं बाल तस्करी की रोकथाम हेतु स्थानीय पुलिस चौकी पर भारत और नेपाल के पुलिस एसएसबी और समाजसेवी संगठनों द्वारा एक स्वरक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें महिलाओं और बच्चों की तस्करी पर रोक थाम के लिए विस्तार से विचार विर्मश किया गया।
शुक्रवार की दोपहर को सोनौली पुलिस चौकी पर मानव तस्करी स्वरक्षा पर भारत और नेपाल दोनो देशों की पुलिस और समाजिक संस्थाओं द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यशाला का उदघाटन सोनौली कोतवाल विजय राज सिह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहां कि बच्चों के सुरक्षा एवं विकास के लिए शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए।जिससे उनका भविष्य बेहतर हो सके। तस्करी में संलिप्तता की सन्देह पर महिलाओं को रखने के लिए सरहद पर कोई व्यवस्था नही जिसकी व्यवस्था करनी होगी। उन्होने यह भी कहां कि सीमावर्ती क्षेत्र में मानव तस्करी की रोकथाम के लिए सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है। किसी भी तरह की सूचना प्राप्त होने पर अधिकारियों व संस्था को सूचना दें। जिससे बच्चों को बचाया जा सकें। दहेज प्रथा, मानव तस्करी, बाल श्रम आदि समाज के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। इससे निदान के लिए दोनो देशों को मिल कर कार्य करना होगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से इंस्पेक्टर बेलहिया के०बेलवासे एसएसबी 66 वी वाहिनी इंस्पेक्टर विकास राय ने कहा कि सीमा क्षेत्र में मानव व्यापार की रोकथाम को विशेष प्रयास करेंगे। चूंकि सीमा क्षेत्र में पहचान को लेकर कई तरह की समस्याएं होती है। उन्होंने बाल संरक्षण की योजनाएं एवं कार्यक्रम व किशोर न्याय को विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी सिर्फ नेपाल के बोर्डर एरिया तक सीमित नहीं है। इस क्रम में एसएसबी 22 वी वाहिनी कम्पनी कमांडर अमित कुमार, चौकी प्रभारी सोनौली विनोद राय, श्रवण कुमार, पुष्पा देवी, सहित सरहद के दोनो तरफ के एनजीओ कार्यकर्ता समेत नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।