भारत ही नहीं नेपाल में भी मनाई जा रही ईद, लोग एक-दूसरे को दे रहे बधाई
भारत ही नहीं नेपाल में भी मनाई जा रही ईद, लोग एक-दूसरे को दे रहे बधाई
आई एन न्यूज सोनौली बार्डर UP डेस्क :मंगलवार को ईद (Eid) का चांद दिखने के बाद आज भारत ही नंहीं पड़ोसी देश नेपाल में भी ईद मनाई जा रही है। ईद के मौके पर रोजेदारों ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी और देश दुनिया में अमन-चैन की दुआं मांगी। ईद का चांद दिखने के बाद एक महिने से चल रहा रमजान का महीना आज खत्म हो गया है। रमजान के पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग बिना कुछ खाए-पिए रोजा रखते हैं।
भारत नेपाल के सोनौली बार्डर से लेकर मित्र राष्ट्र नेपाल तथा भारत के पूरे देश भर में बड़े से लेकर बच्चें तक सभी ईद के जश्न में डूबे हुए हैं। ईदगाह में लोगों ने नमाज अदा की।
भारत नेपाल सीमा पर स्थित उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले का सबसे बड़ा कस्बा नगर पालिका नौतनवा के चेयरमैन गुड्डू खान ईद- उल- फितर के इस मौके पर भुडी मुहल्ले में स्थित मस्जिद पर नमाज अदा की।
इसी क्रम में नगर पंचायत सोनौली के अध्यक्ष प्रतिनिधि
सुधीर त्रिपाठी ने सीमावर्ती क्षेत्र के मुस्लिम भाइयों से गले मिलकर
ईद की मुबारकबाद दी।
ईद की बधाई देने के लिए चेयरमैन नौतनवा गुड्डू खान के यहां सुबह से ही नगर के गणमान्य नागरिकों का तांता लगा रहा सभी ने उन्हें मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
चांद देखने के बाद ही ईद क्यों, जानिए——-
हिन्दू और मुस्लिम त्योहारों में चांद का बड़ा महत्व है। बिना चांद को देखे कोई व्रत या त्योहार नहीं मनाया जाता या उसे अधूरा माना जाता है। ईद-उल-फितर हिजरी कैलेंडर के 10वें माह के पहले दिन मनाई जाती है। हिजरी कैलेंडर में नया माह चांद देखकर ही शुरू होता है। जब तक चांद नहीं दिखे, तब तक रमजान का महीना खत्म नहीं माना जाता है। रमजान का महीना खत्म होने के बाद ही नए माह के पहले दिन ईद मनाई जाती है। माना जाता है कि इसी दिन हजरत मुहम्मद मक्का से मदीना के लिए निकले थे।