पीएम आज तोड़ेंगे 370 साल पुराने रिकॉर्ड,लाल किले पर फहराएंगे झंडा
पीएम आज तोड़ेंगे 370 साल पुराने रिकॉर्ड,लाल किले पर फहराएंगे झंडा
आई एन न्यूज नई दिल्ली:
दिल्ली के लाल किले पर आज छठी बार तिरंगा फहराएंगे पीएम मोदी देश को परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्र बनाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने छह बार तो राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव ने पांच-पांच बार, मोरारजी देसाई ने दो बार और चौधरी चरण सिंह, विश्र्वनाथ प्रताप सिंह और एचडी देवगौड़ा ने एक-एक बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां तिरंगा फहराया। मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को छठी बार तिरंगा फहराएंगे। गुलजारीलाल नंदा और चंद्रशेखर ऐसे प्रधानमंत्री हुए जिन्हें लालकिले पर तिरंगा फहराने का मौका नहीं मिला। ऐसे में 15 अगस्त (बृहस्पतिवार) को पीएम मोदी लाल किले से झंडा फहराकर जहां भारत रत्न दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की बराबरी करेंगे तो वे ऐसा करने वाले इतिहास के दूसरे गैर कांग्रेसी पीएम हो जाएंगे।
बता दे की दिल्ली के लालकिले ने ब्रितानिया हुकूमत का उदय और मुगलकाल का पतन देखा है। कभी यहां की दीवारें खून से रंगी गईं तो कभी यहां कोहिनूर की चमक भी बिखरी थी। इसे भी संयोग ही कहा जाएगा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब यहां तिरंगा फहराएंगे, तो ये किला भी अपने 370 साल पूरा कर चुका होगा। 17वीं से 21वीं सदी तक के बदलाव के साक्षी रहे लालकिले की प्राचीर से इस स्वतंत्रता दिवस पर अखंड राष्ट्र की सशक्त तस्वीर दिखाई देगी। ये ऐसा पहला स्वतंत्रता दिवस होगा, जब देश का मुकुट जम्मू-कश्मीर सही मायनों में देश का हिस्सा होगा।
लालकिले की प्राचीर से अब तक 13 प्रधानमंत्री 72 बार स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराकर देश को संबोधित कर चुके हैं। पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने यहां सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराया। उन्होंने 1947 से लेकर 1964 तक 17 बार ध्वजारोहण किया। दूसरे नंबर पर एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हैं। उन्होंने 16 बार राष्ट्रध्वज फहराया है। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम है, जिन्होंने दस बार यहां ध्वजारोहण किया।