मानव तस्करी की रोक थाम के लिए एसएसबी जवानों को दिया गया प्रशिक्षण
मानव तस्करी की रोक थाम के लिए एसएसबी जवानों को दिया गया प्रशिक्षण
आई एन न्यूज नौतनवा डेस्क:
सशस्त्र सीमा बल की 66 वी वाहिनी की सीमा चौकी ‘चंडीथान’ के प्रागण में ‘मानव तस्करी’ को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कार्यवाहक कमान्डेंट श्री बरजीत सिंह के नेतृत्व मैं “पूर्वान्चल ग्रामीण सेवा समिति” गोरखपुर की शाखा – नौतनवां द्वारा किया गया।
कार्यशाला में नौतनवा प्रभारी पूर्वान्चल ग्रामीण सेवा समिति” की अध्यक्ष नौतनवा सिस्टर लिसि, नेटवर्किंग क्वाडीनेटर सरवन कुमार , प्रशिक्षक – श्याम सिंह , कार्यकर्ता – कृष्ण कुमार , बूथ स्टाफ – पुष्पा चोधरी द्वारा जवानों को मानव तस्करी रोकने जैसे – यौन शोषण, बाल श्रम एवं पाक्सो जे. जे. एक्ट कानूनी प्रक्रिया पर एसएसबी जवानों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक श्याम सिंह ने जवानों को बताया कि किसी व्यक्ति को बल प्रयोग कर, डराकर, धोखा देकर, हिंसा जैसे तरीकों से तस्करी या बंधक बना कर रखना मानव तस्करी के अंतर्गत आता है। इसमें पीड़ित व्यक्ति से देह व्यापार, घरेलू काम, गुलामी इत्यादि कार्य इच्छा के विरुद्ध कराये जाते हैं।
मानव तस्करी के मामलों की पहचान करते हुए यदि मामला बच्चे का है तो 1098 चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से व वयस्क है तो महिला पुलिस थाना व आशा ज्योति केन्द्र 181 के माध्यम से सुरक्षा के लिए बता सकते है।
नेटवर्किंग क्वाडीनेटर – सरवन कुमार ने मानव तस्करी के मुख्य उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहां की जबरन वेश्यावृत्ति करना,बंधक मजदूर बनाना / गुलामी कराना जबरदस्ती भीख मांगना,जबरन आपराधिकता में शामिल करना
घरेलू गुलामी, जबरन शादी करना जबरन अंग निकालना (जैसे किडनी, आँख, खून इत्यादि) जबरदस्ती नशीली दवाओं की तस्करी इत्यादि उद्देश्यो से मानव तस्करी की जाती है। उन्होने यह भी बताया कि तस्करी के शिकार लोगों में 51% महिलाएं, 28% बच्चे और 21% पुरुष हैं । प्रशिक्षण में 66वी वाहिनी के निरीक्षक चमन किशोर गुप्ता, उपनिरीक्षक लोबजग छेतान,सहायक उपनिरीक्षक कुलदीप राज, सहायक उपनिरीक्षक हीरा सिंह सहित 45 जवान प्रशिक्षण में मौजूद रहे।
उक्त आशय की जानकारी बरजीत सिंह द्वितीय कमान अधिकारी कार्यवाहक कमांडेंट
66वी वाहिनी सिद्धार्थ नगर-II ने दी है।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश