सीमा पार नेपाल में फंसी दो लड़किया,मांग कर खाने को हुई मजबूर
सीमा पार नेपाल में फंसी दो लड़किया,मांग कर खाने को हुई मजबूर।
नेपाल में फंसे भारतीय पर्यटक दाने-दाने को है गये है मोहताज।
आई एन न्यूज सोनौली डेस्क: भारत नेपाल सोनौली बॉर्डर के नेपाली सीमा में 5 दिनों से दो युवा लड़कियां अब मांग कर खाने पर मजबूर हैं । उनके पास लग्जरी गाड़ी तो है लेकिन खाने पीने के लिए कुछ नहीं है। ना उनके पास पैसे हैं और ना रहने का ठिकाना। अपने गाड़ियों में सो रही हैं और खाने के लिए लोगों से मांग रही है। भारतीय प्रशासन केवल वार्ताओं का दौर चला रहा है। सहायता कुछ भी नहीं है।
कोरोना वायरस की संक्रमण की रोक थाम के लिए भारत सरकार के लॉक डाउन की घोषणा के बाद पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भारी संख्या में भारतीय नागरिक अपने वतन लौटने के लिए परेशान है।
इस समय भारत नेपाल की सोनौली सीमा पर मणिपुर, तमिलनाडु, लखनऊ, दिल्ली, इंदौर के करीब 3 दर्जन से अधिक लोग अभी भी सीमा पर फंसे हुए हैं । नेपाल में भी लॉक डाउन होने के कारण हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। बीते 4 दिनों से ना उनको कुछ खाने को कुछ मिल रहा है और ना ही पीने को।
इंडो नेपाल न्यूज से विशेष बातचीत में फंसे हुए नागरिकों ने बताया कि भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों से बार-बार हम लोगों ने संपर्क किया लेकिन अभी भी उन्हें भारतीय सीमा में दाखिल होने का परमिशन नहीं मिल सका। नेपाल में लाक डाउन की घोषणा होने के बाद किसी भी तरह के रोजमर्रा के सामानों की आपूर्ति नहीं हो रही है। दुकाने पुर्णत: बंद है। जिससे उनके खाने पीने की समस्या आन पड़ी है।
इस संबंध में एसएसबी और जिम्मेदार अधिकारियों से बात किया गया तो सबका कहना है कि यह मामला हाई लेवल का है। उच्च अधिकारियों के स्तर से बातचीत किया जा रहा हैं। शीघ्र ही इसका समाधान निकल जाएगा। लेकिन कब तक यह कहा नहीं जा सकता।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश