सरहद पर बंदिशें:भाई बहन के प्यार पर है काली छाया
सरहद पर बंदिशें:भाई बहन के प्यार पर है काली छाया
इंडो नेपाल न्यूज़ सोनौली डेस्क:
भारत नेपाल के रोटी बेटी के रिश्ते पर पहली बार सरहदों पर पहरा लगा है ।दोनों देशों में रहने वाली बहने काफी उदास और मायूस हैं। कोरोना के बहाने सरहदों पर पहरे लगाने वाली यह सरकार आवागमन को रोक तो सकती है । लेकिन भाई बहन के रिश्ते और दिलों से जुड़े तार को नहीं काट पाएंगे।
भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर इस बार भारत- नेपाल की वैमनस्यता सरहद पर दीवार बन के खड़ी हो गई है। लाख प्रयास के बाद भी रक्षा बंधन पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाएंगी।
भारत व नेपाल के बीच सदियों से चल रहे रोटी-बेटी के रिश्ते में सरहद कभी बांधा नहीं बनी थी। लोग सुगमता से एक दूसरे देश में जाकर हर रस्मो- रिवाज को पूरा करते थे। रक्षा बंधन पर्व पर तो सीमा गुलजार रहती थी।
एक दूसरे देश में लड़के- लड़कियों की शादी होने के कारण बहनें सीमा पार घर पहुंच कर भाइयों की कलाई सजाती थीं। यहां तक की नेपाल मूल की तमाम बहाने भारत में स्थित अपने मुह बोले भाइयों को विधि विधान के साथ राखी बांधी थी।
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मार्च से सीमा सील होने से उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। भाई बहन की प्यार पर है काली छाया है।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश।