गणेश चतुर्थी महोत्सव——
गणेश चतुर्थी महोत्सव——
हर साल भाद्रमास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी के नाम पर बनाया जाता है।
इस दिन घर – घर गणेश जी बैठाए जाते हैं।
घरों के अलावा जगह – जगह पर पंडाल भी सजाये जाते हैं।
इसके बाद 11वें दिन बड़े ही धूमधाम से भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है। गणेश भगवान के विदाई के दिन लोग गाने गाते हैं, नृत्य करते है और जोर – जोर से लोग जयकारा भी लगाते हैं “गणपति बप्पा मोरिया”
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी का जन्म हुआ था, उस दिन भाद्रमास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी थी।
इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
उनके पूजन से घर में सुख समृद्धि और वृद्धि आती है।
इस दिन बहुत से भक्त गणेश चतुर्थी का व्रत भी रखते है।
गणेश जी को सुखकर्ता और विघ्नहर्ता देवता माना जाता है।जिनकी कृपा से सभी कार्य बिना किसी बाधा और रुकावट के पूर्ण हो जाते हैं।
भगवान श्री गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा मौका होता है ‘गणेश चतुर्थी’ ।
गणेश चतुर्थी पर गणपति बप्पा की बड़े ही विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है।