सोनौली: इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट मुआवजे के लिए किसानों ने किया सांकेतिक प्रदर्शन
सोनौली: इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट मुआवजे के लिए किसानों ने किया सांकेतिक प्रदर्शन
किसानों ने कहा जान दे देंगे नहीं देंगे अपने उपजाऊ कृषि भूमि
आई एन न्यूज सोनौली डेस्क:
भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट भूमि अधिग्रहण मुआवजे से असंतुष्ट आज सैकड़ों किसानों ने अपने उपजाऊ भूमि पर पहुंच कर जबरदस्त सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने
कहा कि हम अपनी जान दे देंगे, लेकिन जमीन सरकार के इस शर्त पर नहीं देंगे।
जैसा कि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट भूमि अधिग्रहित का कार्य शुरू करने का कवायद तेज हो गया है। जिसको लेकर किसान भी संघर्ष के निर्णायक भूमिका में अब आ रहे हैं।
इसी क्रम में आज शनिवार को सोनौली कोतवाली क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 गौतम बुद्ध नगर के टोला फरेनवा पर सैकड़ों की संख्या में किसान एकत्रित होकर सांकेतिक प्रदर्शन किया, और एक स्वर से कहां कि सरकार हमारे साथ पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है। बार्डर डेवलपमेंट योजना के तहत बन रही सड़क का मुआवजा जिस दर पर दिया गया है, उसी दर पर हमें मुआवजा मिलना चाहिए । लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जबकि वर्तमान में 42 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर मुवाजा दे रहे हैं, जो सरासर अनुचित है ।
किसानों ने एक स्वर से कहा कि हम अपनी जान दे देंगे लेकिन अब अपनी उपजाऊ कृषि भूमि नहीं देंगे।
किसानो का नेतृत्व करते हुए समाजवादी पार्टी के लोहिया वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष महराजगंज बैजू यादव ने पत्रकारों से कहा कि सरकार किसानों को धमका कर फसली सिंचित भूमि मात्र 17 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से खरीद कर किसानों पर डाका डालना चाहती है। जबकि यहां अमूमन जमीन डेढ़ से 2 करोड रुपए प्रति एकड़ बिक रहा है। हम किसान किसी भी दशा में इस रेट पर अपनी भूमि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के लिए नहीं देंगे।
इस मौके पर मुख्य रूप से प्रेम सिंह, छेदी यादव, इंतजार हुसैन, रामआसरे प्रजापति, रामप्रीत विश्वकर्मा, रफीक अहमद, मुनव्वर अली, शमशाद अली, रामायण यादव, ठागे यादव, जोखन प्रसाद, रमेश विश्वकर्मा सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश।