मेरे जीवन के प्रेरणा स्रोत मेरे माता पिता के आदर्श —- आर०सी० गुप्त
मेरे जीवन के प्रेरणा स्रोत मेरे माता पिता के आदर्श —- आर०सी० गुप्त
बाबू जी एवं माता जी की पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाई गई।
आई एन न्यूज़ गोरखपुर डेस्क :
मेरे जीवन के प्रेरणा स्रोत मेरे माता पिता के आदर्श हैं। उनकी सेवा ही मेरे जीवन का दर्शन है। आज जो कुछ भी मैं हूं उनके आशीर्वाद और शुभकामनाओं से ही हूं । वे एक सच्चे कर्म योगी थे। उनके जीवन का यह आदर्श मेरा सच्चा मार्गदर्शक बना।
उक्त बातें सोमवार को गोरखपुर के बसारतपुर (गंगापुर ) दैनिक स्वतंत्र चेतना/ विचारधारा के समूह संपादक आर०सी० गुप्त ने अपने पिता स्वर्गीय हनुमान प्रसाद गुप्त की 36वी और माता स्वर्गीय श्रीमती कमला देवी की 22 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें अपने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही।
इस अवसर पर श्री गुप्त व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मीरा गुप्ता ने बाबूजी माता जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनका पूजन किया। उन्होंने बाबूजी वह माता जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम की गायन किया। उनके साथ में उपस्थित लोगों ने भी इन भजनों की लाइनों को दोहराया। उस समय सारा माहौल भजनों की स्वर लहरियों से गूंज रहा था। बड़ा ही आनंद का क्षण था।
श्री गुप्त ने कहा कि कठिनाइयां जीवन की एक अभिन्न अंग है। उससे घबराना नहीं चाहिए बल्कि जीवन में आई हर चुनौतियों का पूरी हिम्मत के साथ सामना करना चाहिए। उन्होंने इस अवसर को संकल्प दिवस के रूप में ग्रहण करते हुए अपने पिता के कार्य के प्रति समर्पण निष्ठा व ईमानदारी के संबंध में बताते हुए उन्होंने अपना सृजन करता बताया। उन्होने यह भी कहां आज जो कुछ भी मैं हूं उन्हीं के द्वारा सृजित पथ के एक पथिक के रूप में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से चलकर ही हूं ।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि माता-पिता भगवान के रूप होते हैं । उनकी सेवा से ही हमें अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त होता है। इस अवसर पर श्री गुप्त के जेष्ठ पुत्र दुर्गा प्रसाद वैश्य, स्वतंत्र चेतना के प्रबंध संपादक लखनऊ संस्करण के चेतनानंद वैश्य, इलाहाबाद संस्करण के प्रबंध संपादक आनंद जी वैश्य, प्रबंध संपादक गोरखपुर महाप्रबंधक एमवाई खान व प्रबंधक रविंद्र कुमार शर्मा भी उपस्थित थे। इन्होंने भी बाबूजी एवं माता जी के चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
गोरखपुर उत्तर प्रदेश