नौतनवा जायसवाल सभा की आकस्मिक बैठक संपन्न, चुनाव पर हुई चर्चा
नौतनवा जायसवाल सभा की आकस्मिक बैठक संपन्न, चुनाव पर हुई चर्चा
आई एन न्यूज नौतनवा डेस्क:
जायसवाल सभा अतिथि भवन में रविवार की देर शार तक चले आकस्मिक बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुए लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता दिख रहा है।
बैठक में कुछ संरक्षक गण, पूर्व पदाधिकारी गण एवं पूर्व अध्यक्ष और स्वजातीय बंधु शामिल हुए।
जायसवाल सभापति भवन के अध्यक्ष पद के चुनाव को ध्यान में रखते हुए असंतुष्ट दलो की बात गंभीरता पूर्वक सुनी गई। और कुछ बिंदुओं पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया। असंतुष्ट दल के रिंकू जायसवाल ने बताया है की हमने पांच बिंदुओं की पर अपनी मांग रखी है। जिस पर एक बिंदु तो मान लिया गया है दिन 5 बिंदुओं पर अभी चर्चा हो रही है। अभी तक कोई निर्णय नहीं मिल पाया है।
उन्होने यह भी कहां की हमारी कुछ मांगों पर सहमति बनती नजर आ रही है। अगर चुनाव में पारदर्शिता बरती जाती है तो हम इस पारदर्शिता का समर्थन करते हैं। अब यह तय हो गया है की अध्यक्ष का चुनाव होगा ।
जिसमें प्रमुख मांगे निम्न है।
1= 2019 और 2020 के सदस्यों की रसीद का मिलान करके वोट देने का अधिकार दिया जाए, जो लोग 2019 में रसीद नहीं कटा पाए हैं उनको मौका दिया जाए और जो लोग 2020 में रसीद नहीं कटा पाए हैं उनको भी मौका दिया जाए । 2020 में रसीद कटाए गए नए सदस्यों का वोट देने का अधिकार नहीं होगा । जो 2019 में सदस्य रहे उन्हें ही वोट देने का अधिकार होगा।
2= चुनाव लड़ने की जमानत राशि 11,000 से घटाकर 1100 किया जाए
3= वोट देने का अधिकार केवल उन्हीं को होगा जो नौतनवा निवासी होंगे जिनके आधार कार्ड में नौतनवा निवासी लिखा होगा।
4= चुनाव की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए जिससे कि चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटा सके।
5= चुनाव कमेटी में हमारी तरफ से भी कुछ जायसवाल बंधु होंगे ।
इस संबंध में जब संरक्षक मंडल द्वारा चुने गए 5 सदस्सीय चुनाव समिति के सदस्य अतुल जायसवाल से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि असंतुष्ट दलों के पांच मांगे आई हैं। जिनमें एक पर निर्णय ले लिया गया है। 4 बिंदुओं पर वरिष्ठ जनों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाना है। आज सोमवार की शाम तक इसका भी निर्णय हो जाएगा ।
फिलहाल एक अच्छी पहल के साथ यह माना जा रहा है कि चुनाव अपने निर्धारित समय पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगा।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश।