इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट:किसानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, किया प्रदर्शन
इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट:किसानों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, किया प्रदर्शन
आई एन न्यूज नौतनवा डेस्क:
भारत नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर बहुप्रतीक्षित इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट भूमि अधिग्रहण को लेकर किसानों ने बैठक के दौरान डीएम डा.उज्ज्वल कुमार को ज्ञापन सौंपकर 2020 के प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की है।
इस दौरान किसानो ने तहसील के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर सर्किल मूल्य के हिसाब से भूमि नहीं देने की मांग किया।
किसानों ने कहा कि 50 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। जोकि सन 2004 से प्रकिया में है। एनएचआइ के अधिग्रहण प्रस्ताव में सामाजिक समाधान का अध्ययन नहीं किया गया है। जिससे किसानों की आर्थिक, समाजिक व शैक्षिक प्रभाव ज्ञात नहीं हो पाया है। जिससे उनका पुनर्वास व विस्थापन कैसे होगा। एनएचआइ के 2020 के प्रस्ताव में किसानों की आपत्ति का कोई जवाब नहीं दिया गया। इस प्रस्ताव में भूमि के मूल्य दर निर्धारण में पारदर्शिता नहीं है, आंख बंद कर 20 साल पुराना मुआवजा दिया जा रहा है। बीते तीन वर्षों से किसानों को उनकी भूमि पर खेती नहीं करने दिया जा रहा है। उसके मुआवजा के लिए भी कोई हल नहीं निकाला गया है।
बैठक में वरिष्ट नेता डा.अजीत मणि त्रिपाठी, शिवम त्रिपाठी, बैजू यादव ने कहा कि किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। उनकी मांगों के लिए सरकार तक शिकायतें पहुंचाई जाएगी।
इस मोके पर किसान रामसुमेर, टेक बहादुर, गुलाब चंद, ओमप्रकाश, जगदीश, संगम, रमेश, राज नरायण, मो.शहीद, समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
बता दें कि किसानों के उग्र तेवर को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि एक बार फिर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का मामला अधर में लटक जाएगा।
महाराजगं उत्तर प्रदेश