सोनौली बॉर्डर का सच: एसएसबी के मनमानी से परेशान व्यापारी
सोनौली बॉर्डर का सच: एसएसबी के मनमानी से परेशान व्यापारी
नहीं शुरू हुआ यात्री वाहनों का आवागमन, प्रतिबंध बरकरार
आई एन न्यूज़ सोनौली डेस्क : भारत-नेपाल का सोनौली बॉर्डर पैदल यात्रियो के आवागमन के लिए खुल गया है। ऐसा लोगों का कहना है जबकि सोनौली बॉर्डर का नजारा ही कुछ और है। भारत में आने वाले नेपाली नागरिकों को कड़ी जांच और पहचान पत्र दिखाने के बाद ही भारतीय सीमा में प्रवेश मिल रहा है । जिसके कारण भारत में आने वाले नेपाली नागरिकों का एक लंबा लाइन लग रहा है। जिसका खामियाजा भारतीय सीमा में बैठे व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। कभी कभार तो आलम या हो जा रहा है कि बोहनी होना भी मुश्किल हो रहा है।
आज मंगलवार की दोपहर को व्यापारी नेता सुभाष जायसवाल ने पत्रकारों से कहा कि एसएसबी के मनमानी के कारण सोनौली का बाजार टूट रहा है। स्थिति ऐसा ही रहा तो हमें अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर बैठना पड़ेगा। उनका कहना है कि एसएसबी के अधिकारियों का कहना है कि बॉर्डर अभी नहीं खुला है।
बता दे की इस समय यात्रियों को नेपाल जाने में कोई विशेष असुविधा नहीं है। पैदल आवागमन जारी है। किंतु सोनौली- बेलहिया बॉर्डर यात्री वाहनो के लिए खुलने की खबर को नेपाली प्रशासन ने सिरे से खारिज कर दिया है। कहा है कि इस तरह की खबरें कुछ अखबारों में आई थी, लेकिन शासन की तरफ से बॉर्डर पर अभी तक किसी तरह का कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुआ।
बीते शुक्रवार को नेपाल के एक समाचार पत्र में लिखा गया है कि भारत नेपाल का 16 बॉर्डर खोलने का प्रस्ताव आ गया है। जिस पर निर्णय भी ले लिया गया है। किंतु अभी तक बॉर्डर के अधिकारियों को इसकी कोई सूचना नहीं है। लिखा पढ़ी में कोई दिशा निर्देश अब तक नहीं प्राप्त हुए हैं।
इस संबंध में सोनौली बॉर्डर के नेपाली सीमा बेलहिया के इलाक़ा प्रहरी कार्यालय के प्रभारी निरीक्षक ईश्वरी अधिकारी ने कहा कि नेपाली समाचार पत्रों में हमने भी यह खबर पढ़ी है, किंतु अभी तक बॉर्डर खोले जाने के संबंध में किसी तरह का कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। सोनौली बॉर्डर पर स्थिति पहले जैसी है। मालवाहक ट्रकों का केवल आवागमन हो रहा है। यात्रियो के आवागमन पर प्रतिबंध बरकरार है। यात्री वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगा है।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश।