संवेदनशील है भारत नेपाल सीमा–राकेश सिंह
संवेदनशील है भारत नेपाल सीमा–राकेश सिंह
आई एन न्यूज़ नौतनवा डेस्क:
भारत नेपाल के बीच मित्र राष्ट्र का संबंध है। जिसके कारण भारत नेपाल के बीच आवागमन को लेकर किसी तरह का कोई वीजा पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं। ऐसे में देश विरोधी तत्व इस संबंध का लाभ लेते हुए भारत में घुसपैठ करते हैं। जिसके कारण भारत नेपाल का सीमा काफी संवेदनशील है । सीमा जागरण मंच की एक लंबे संघर्ष के बाद सरहद पर एसएसबी लगी और देश विरोधी तत्वों पर नकेल कसा गया।
उक्त बातें आज बुधवार को भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा करने के बाद नौतनवा पहुंचे अंतरराष्ट्रीय पहलवान एवं सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से बात चीत मे कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र काफी संवेदनशील है। आज सीमावर्ती क्षेत्र के भ्रमण के दौरान सीमा जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने तमाम ऐसी बातें बताई हैं। जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। किंतु शीर्ष नेतृत्व को इस अवैध गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी।
श्री सिंह ने यह भी कहां की नौतनवा जैसे कस्बे में कई मस्जिदों का अवैध रूप से निर्माण किया जा रहा है। यहां तक की कुछ लोग दानी का ढोंग रचाते हुए संदिग्ध व्यक्तियों को प्रश्रय देने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने के लिए 9 और 10 मार्च को कोहुई में एक कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनाव में विपक्षी पार्टी राष्ट्रवादी पार्टी को रोकने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने राष्ट्रवादी जनता से अपील किया कि वह राष्ट्र वादियों को ही चुनाव जीतावे।
सरहदी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर, किया जागरूक—-
सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह पहलवान ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक किया बैठक में कार्यकर्ताओं का उन्होंने बारी-बारी से विचार विचार सुने और अंत में उन्होंने अपने संबोधन से कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन किया।
इस मौके पर मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी के अभिषेक उर्फ बिट्टू सिंह, वरिष्ठ नेता एवं जिला कार्यसमिति सदस्य जितेंद्र जयसवाल, अजय अग्रहरि नगर अध्यक्ष नौतनवा, सुनील श्रीवास्तव, अभिजीत सिंह, बृजेंद्र श्रीवास्तव, दुर्गा मद्धेशिया,विकास गोयल ओम प्रकाश जायसवाल, ज्योति जायसवाल, सविता गुरंग, कौलजीत कौर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
महाराजगंज उत्तर प्रदेश।