180 घण्टे तक चले वर्चुअल कवि सम्मेलन में प्रतिभा ने किया कविता पाठ
180 घण्टे तक चले वर्चुअल कवि सम्मेलन में प्रतिभा ने किया कविता पाठ
देश के जानेमाने 600 कवियों ने आनलाइन चले इस वर्चुअल कवि सम्मेलन में लिया हिस्सा।
आई एन न्यूज महराजगंज डेस्क:
बुलंदी जज्बात ए कलम साहित्यिक संस्था उत्तराखंड के तत्वावधान आयोजित वर्ल्ड रिकार्ड कवि सम्मेलन में गोरखपुर की उभरती हुई कवि प्रतिभा सिंह ने भी हिस्सा लिया हैं। विश्वस्तरीय कवि सम्मेलन में नारा सशक्तिकरण पर आधारित अपनी रचना को पढ़ प्रतिभा ने खूब वाहवाही लूटी हैं।
बता दें कि करीब 180 घण्टे से ज्यादा समय तक लगातार चलने वाले वर्चुअल कवि सम्मेलन में तमाम नामचीन कवियों के साथ साथ युवा व उभरते हुये करीब छह सौ
कवियों ने भी हिस्सा लिया है और अपनी रचना पढ कर हिन्दी साहित्य को मजबूत बनाया हैं।कवि सम्मेलन के आयोजक बादल बाजपुरी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश ने बताया कि यह कवि सम्मेलन कोविड काल के बीच आइलाइन चल रहा हैं।जो अनवरत 180 घण्टे से चल रहा हैं।
प्रतिभा सिंह की रचना कूद पड़ी वह रणभूमि में लेकर रणचंडी अवतार, झांसी की रानी दोनों हाथों में लेकर तलवार और कोरोना महामारी पर आधारित धुआं धुआं सा शहर है, अजीब सा मंजर है,
न जाने कौन लेकर घूमता यहां खंजर है। पर लोगों की खूब वाहवाही लूटी।इस कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने पर कवि प्रतिभा सिंह को अधिवक्ता रीना राय, मनोज राय, डा० संजय राय, रुद्रांश राय आदि ने बधाई दी हैं।