प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस का हेलीकॉप्टर दुर्घटना अत्यंत दुखद
प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस का हेलीकॉप्टर दुर्घटना अत्यंत दुखद
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संपादक की कलम से——
यह अत्यंत ही दुखद और दुर्भाग्य की बात है कि भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर बुधवार की दोपहर में तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भारतीय वायुसेना के इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत ,सेना के अधिकारियों सुरक्षा कमांडो सहित 14 लोग सवार थे। 5 क्रू सदस्य भी सवार थे। इनमें 13 लोगों की मौत होने की खबर है, जिनमें जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं ।
भारतीय वायुसेना ने जनरल रावत के हेलीकॉप्टर में सवार होने की पुष्टि की है । यह हेलिकॉप्टर बुधवार को सवेरे दिल्ली से सुलुर के लिए उड़ान भरा था। सुलुर आर्मी बेस से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हेलीकाप्टर नीलगिरी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जो वेलिंगटन डिफेंस प्रतिष्ठान की ओर जा रहा था। जंगली क्षेत्र में यह भीषण हादसा हुआ। गहरे धुए में और आग की लपटों के साथ हेलीकॉप्टर का मलबा दिख रहा था। स्थानीय लोगों ने पुलिस कर्मियों के साथ राहत और बचाव कार्य में सहयोग किया। इस घटना की जांच का आदेश दे दिया गया है।
63 वर्षीय जनरल रावत ने जनवरी 2019 में देश के पहले चीफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का कार्यभार संभाला था। वह थल सेना अध्यक्ष भी रह चुके हैं, और सेना में विभिन्न पदों पर उन्होंने देश को उल्लेखनीय सेवाए प्रदान की है । जिस हेलिकॉप्टर से उन्होंने उड़ान भरी थी और सेना के शक्तिशाली हेलिकॉप्टर में शामिल है। दुर्घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है । लेकिन इस दुर्घटना से पूरा राष्ट्र मर्माहत है। यह भारतीय सेना और देश के अपूर्ण क्षति है। दुर्घटना की सूचना मिलने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री को अवगत कराने के तत्काल बाद जनरल रावत के आवास पर गए। आज गुरुवार को रक्षा मंत्री इस संबंध में संसद में बयान भी दे सकते हैं। इस इस दुर्घटना के विभिन्न पहलुओं की गहराई से जांच होनी चाहिए और यह भी पता लगाने की जरूरत है कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है ? इसका भी स्पष्टीकरण जांच के माध्यम से होना आवश्यक है। घटना को लेकर इंडो नेपाल न्यूज़ टीम काफी मर्माहत है और अंतर्मन से उन्हें शोक संवेदना प्रकट करता है।
(इंडो नेपाल न्यूज़)