प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खातेदारों को तोहफा, सराहनीय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खातेदारों को तोहफा, सराहनीय
संपादक की कलम से
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मोदी ने रविवार को बैंकों में जमा राशियों पर खातेदारों को सुरक्षा का बड़ा तोहफा दिया है जो ना केवल स्वागत योग्य है, बल्कि इससे खातेदारों का बैंकिंग व्यवस्था के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा साथ ही बैंकों में खातेदारों का धन डूबने का भय भी कम होगा। जमा धन बीमा के दायरे में होगा, जो सुरक्षा कवच के रूप में खातेदारों के हितों की रक्षा में एक सीमा तक सहायक साबित होगा। बैंक के विभिन्न खातों तथा बचत फिक्स चालू समाधि जमा को इसके दायरे में लाया गया है।
दिल्ली के विज्ञान भवन में इस संबंध में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर और देश के करोड़ों बैंक खातादारों के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है। देश में दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का समाधान कैसे निकाला गया है आज का दिन उसका साक्क्षी बन रहा है। बैंकों में धन जमा करने वालों की भावना की सबसे पहले ख्याल रखते हुए उनकी समस्या का समाधान निकाला गया है। पहले बैंकों में फंसे अपने धन को प्राप्त करने में काफी समय लगता था। खातेदारों को काफी परेशानी भी उठानी पड़ती थी सरकार ने इस दिशा में सुधार के कदम उठाए हैं । बैंकों में जमा राशि पर गारंटी का धन एक लाख से बढ़ाकर ₹500000 कर दिया गया। कानून में संशोधन करके समाधान निकालने की कोशिश की गई है। धन वापसी के लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है । बैंक डूबने की स्थिति में 90 दिनों के अंदर जमा कर्ताओं को उनका धन वापस मिल जाएगा। जमा राशि पर बीमा का कवर ₹500000 कर दिया गया इसमें मूलधन और ब्याज दोनों को शामिल किया गया है। निश्चित रूप से सरकार ने इस दिशा में जो कदम उठाया है वह खातेदारों के हित में है, लेकिन इसके साथ सरकार को इस पर भी निगरानी रखनी होगी कि बैंक डूबने की स्थिति में ना आने पाए। बैंकों में जमा धन खातेदारों की गाढ़ी कमाई का धन है और बैंकों की जिम्मेदारी है कि वह उसकी पूरी सुरक्षा करें। यदि बैंक ऐसा करने में विफल होता है तो उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
(इंडो नेपाल न्यूज़)