चुनाव का बजा बिगुल,सात चरणों में होगा चुनाव
संपादक की कलम से
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चुनाव का बजा बिगुल,सात चरणों में होगा चुनाव
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है। कोरोना ओमीक्रोन की चुनौतियों के बीच चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव की शनिवार को घोषणा कर दी है । कुल 7 चरणों में चुनाव होंगे। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश सबसे अधिक महत्वपूर्ण राज्य है। जहां 7 चरणों में चुनाव कराने का निर्णय किया गया है। यह निर्णय उचित और सराहनीय है क्योंकि यहां अपेक्षाकृत मतदाताओं की संख्या अधिक है। जबकि पंजाब उत्तराखंड और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को चुनाव संपन्न होंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए रोडशो, पदयात्रा और रैलियों पर जहां रोक लगा दी है । वही मतदान का समय अभी एक घंटा बढा दिया है और नामांकन के लिए ऑनलाइन सुविधा पहली बार दी गई है ।
कोविड-19 के लिए नियमों का पालन कराने के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या को सीमित किया गया है । चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। चुनाव में गड़बड़ियों को रोकने के लिए एक ऐप लॉन्च किया है। जिस पर शिकायत मिलते ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। चुनाव में धनबल और बाहुबल का असर कम करने के लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। लेकिन इनको रोकने की जिम्मेदारी राजनैतिक दलों की होगी । उनको चाहिए कि ऐसे प्रत्याशियों को टिकट ना दें जिसकी पृष्ठभूमि अपराधी की हो। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों की घोषणा कर गेद को मतदाताओं के पाले में डाल दिया है। जनता को अब यह निश्चय करना होगा कि वह किस तरह के उम्मीदवारों को चुनता है। जनता को आगे आकर चुनाव में बढ़ते धनबल बाहुबल के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी। ऐसे प्रत्याशियों को बाहर का रास्ता दिखाना होगा तभी स्वस्थ लोकतंत्र की परिकल्पना साकार हो सकती है।
इंडो नेपाल न्यूज़।