इंडो नेपाल बुद्ध सर्किट समिति का गठन आवश्यक–भन्ते मेत्तयय, लुंबिनी विकास कोष
इंडो नेपाल बुद्ध सर्किट समिति का गठन आवश्यक भन्ते मेत्तयय, लुंबिनी विकास कोष
इंडो नेपाल न्यूज़ लुंबिनी डेस्क:
इंडो नेपाल बुद्ध सर्किट के नाम से एक समिति का गठन किया जा रहा है जो राम ग्राम से लेकर गंडक नदी पर प्राचीन काल को समेटे हुए हैं। इंडो नेपाल बुद्ध सर्किट की गठन से भारत और नेपाल दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास होगा और देश दुनिया में इन स्थानों का अलग से पहचान बनेगी।
उक्त बातें आज गुरुवार को भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में स्थित लुंबिनी विकास कोष के सभा कक्ष में भारतीय और नेपाली पत्रकारों से बातचीत करते हुए लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष भन्ते मेत्तयय जी ने कहीं।
श्री भन्ते मेत्तयय जी ने यह भी कहा कि गत महीने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लुंबिनी से लौटने के बाद भारत से पर्यटको की संख्या नेपाल के खासकर लुंबिनी में बढी है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व में नया कृति के लिए रास्ता खुला है इसके लिए भगवान बुध का चिंतन काफी महत्वपूर्ण होगा। भारत के प्रधानमंत्री के बाद बॉलीवुड के अभिनेता भी लुंबिनी पहुंच रहे हैं।
लुंबिनी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। इंडो नेपाल बुद्ध सर्किट के गठन के बाद बुद्ध सर्किट से जुड़े स्थानों के कारण पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।
इसके पहले लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष भन्ते मेत्तयय जी ने भारतीय पत्रकार, गुड्डू जायसवाल ,अमित त्रिपाठी ,आलोक जोशी, विजय चौरसिया, अरविंद त्रिपाठी को अंग वस्त्र एवं भगवान बुद्ध के उपदेशक पुस्तक देकर स्वागत और सम्मान किया।
इस मौके पर लुंबिनी विकास कोष के पदाधिकारी मौजूद रहे।
लुंबिनी/ रूपंदेही/ नेपाल