जेल मे अन्दर से लेकर बाहर तक वसूले जाते है रुपये **
जेल के अन्दर मुलाकतियो से सुविधा शुल्क की मांग की जाती है ।
गोरखपुर /महानगर
मण्डलीय कारागार में सुविधा शुल्क की मांग की जाती है और न देने पर जेलर की मौजूदगी में पूरी रात पिटाई की जाती है। ये खुलासा गुरुवार को कचेहरी में पेशी पर आये बन्दी रज्जी यादव ने बीती रात हुई पिटाई से अपने चोट दिखाते हुए किया।
स्मरण रहे कि गोरखपुर के शाहपुर थानान्तर्गत असुरन स्थित मण्डलीय कारागार में सही भोजन न उपलब्ध कराने और जेल के सिपाही द्वारा जेल में बैठकी के लिए तीन हज़ार रुपये प्रतिमाह मांगे जाने की शिकायत करते हुए कुछ कैदी जेलर से भीड़ गये थे। जिसमें जेलर आरके सिंह के कहने पर सिपाहियों आनंद सिंह, बच्चू लाल, विजय पाण्डेय व आधा दर्जन अन्य ने बैरकों में बंद रज्जो यादव, रामशरण, गोलू, दीपक, पन्नेलाल यादव, सुरेमन यादव, संजय यादव, रघु यादव, सिरोमन यादव की पिटाई रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक की गयी। जिससे सभी बन्दी बुरी तरह जख्मी हैं। आज कचहरी में पेशी पर आये बन्दी रज्जी यादव ने अपने जख्म दिखाते हुए कहा कि इसके बाद सबको इंजेक्शन भी लगवा दिया गया था। बन्दी रज्जो के परिजनों ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से उक्त प्रकरण की शिकायत सम्बंधित न्यायिक दंडाधिकारी से की गयी है।
जबकि जेल प्रशासन द्वारा ही उक्त प्रकरण में रात में ही मीडिया को उपलब्ध कराई गई सूचना के मुताबिक बुधवार आधी रात बंदियों के दो गुटों में भिड़ंत हो गयी। जिनको छुड़ाने में कई जेल अफसर और सिपाही घायल हो गए। उसी दौरान एक शातिर बंदी ने सिपाही की लाठी छीनकर जेलर आरके सिंह पर हमला कर दिया। उन्होंने शाहपुर थाने में घटना की तहरीर दे दी है। आधी रात को हुए इस घटना में बैरक नंबर एक में बंद मऊ जिले का शातिर बदमाश पन्ने यादव अपने लोगों को साथ लेकर विरोधी बंदी संजय यादव से भिड़ गया। घंटी बजने पर आये जेल अफसर और सिपाही दोनों गुटों को छुड़ा रहे थे कि बंदी पन्ने यादव ने एक सिपाही की लाठी छीन जेलर आरके सिंह के सिर पर हमला कर दिया। उन्होंने किसी तरह सिर बचाया जिसमें उसे गंभीर चोट आई।
उन्हें जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बंदियों को छुड़ाने में दूसरे जेलर राम कुबेर सिंह, दो डिप्टी जेलर और 11 सिपाही चोटिल हो गए। अफसरों के निर्देश पर दोनों बंदियों पन्ने और संजय को हाई सिक्योरिटी बैरक में बन्द कर दिया गया है। जेलर आरके सिंह को 26 जुलाई को मऊ जिले के शातिर बंदी अरविन्द सिंह ने धमकी दी थी। जेल अफसर इस हमले को उस धमकी से भी जोड़ कर देख रहे हैं। बिजनौर जेल से दो दिन पहले ही शिफ्ट होकर मंडलीय कारागार में पहुंचे मऊ के शातिर बदमाश ने जेलर को ही जान से मारने की धमकी दे दी। आरोपी बंदी अपनी मनमर्जी की बैरक में शिफ्ट होना चाहता था। जेलर की तहरीर पर शाहपुर पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मऊ के सराय लखंसी निवासी अरविंद सिंह हत्या, लूट और हत्या के प्रयास जैसे दो दर्जन मामलों में आरोपी है।