सोनौली बॉर्डर: सीमावर्ती क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी को जागरूक रहने की जरूरत -डीआईजी एसएसबी
सोनौली बॉर्डर: सीमावर्ती क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी को जागरूक रहने की जरूरत -डीआईजी एसएसबी
आई एन न्यूज़ सोनौली डेस्क:
नशा के सेवन से केवल एक पीढ़ी नहीं बल्कि तीन पीढ़ियां बर्बाद होती है। नशे को फैशन के रूप में न लें नशा मनुष्य के जीवन में दीमक की तरह कार्य करता है। नशे के लिए लोग अपराध की तरफ अग्रसर हो जाते हैं। नशे पर अंकुश लगाने के लिए आप सभी का सहयोग आवश्यक है। हम चाहते हैं प्रदेश ही नहीं पूरा देश नशा मुक्त हो।
उक्त बातें आज सोमवार की दोपहर को सोनौली कस्बे के एक विद्यालय में एसएसबी द्वारा आयोजित नशा मुक्त
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एसएसवी के डीआईजी राजू राणा ने इंडोनेपाल न्यूज़ से एक खास बातचीत में कही।
श्री राणा ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों को नशा मुक्त बनाने के लिए अपने आसपास के लोगों पर नजर रखें और संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना हमें या पुलिस को दे। इसके पहले बच्चों ने नशा मुक्त अभियान के तहत विभिन्न तरह के स्लोगन लिखे तख्तियों को लेकर लोगों को नशा के प्रति जागरूक किया।
इस मौके पर सोनौली नगर पंचायत के तमाम जागरूक लोग मौजूद रहे।
महाराजगंज– उत्तर प्रदेश।