त्रिभुवन एयरपोर्ट पर भयानक हादसा, 18 लोगों की मौत
त्रिभुवन एयरपोर्ट पर भयानक हादसा, 18 लोगों की मौत
काठमांडू,: त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार की सुबह एक भयानक हादसा हुआ, जिसमें सौर्य एयर के सीआरजे 7009 एन-एएमई विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 18 लोगों की मौत हो गई। विमान मरम्मत के बाद पूर्ण परीक्षण ‘सी-चेक’ के लिए पोखरा जा रहा था।
विमान ने सुबह 11 बजकर 11 मिनट पर त्रिभुवन एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के मात्र 20 सेकंड बाद ही विमान हिलने लगा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देखते ही देखते विमान दाहिनी ओर मुड़ गया और जमीन पर जा गिरा।
विमान में कुल 19 यात्री थे, जिनमें से दो कैप्टन सहित 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। केवल पायलट मनीषरत्न शाक्य इस हादसे में घायल हुए हैं और उनका इलाज जारी है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान में पहले धुआं निकलने लगा और फिर आग लग गई। जहाज में आग लगने के बाद तेज़ तड़तड़ाहट की आवाज़ सुनाई दी। दुर्घटनास्थल के पास स्थित एक निवासी ने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही वहां जोरदार धमाका हुआ और आग की लपटें उठने लगीं।
जहाज दुर्घटनास्थल पर पहुंचने में फायर ब्रिगेड को देरी हुई, क्योंकि वह स्थान काफी कठिन था। आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, और इस दौरान जहाज के अधिकांश हिस्से जलकर बेकार हो गए।
काठमांडू घाटी में बुधवार को मौसम साफ था और विमान के उड़ान के दौरान किसी बाहरी कारण से बाधा उत्पन्न नहीं हुई थी। इसलिए, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विमान दुर्घटनाग्रस्त क्यों हुआ।
त्रिभुवन एयरपोर्ट के पास फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है और दुर्घटनास्थल के आसपास निर्माण सामग्री देखी जा सकती है। यह पाया गया कि विमान को उन निर्माण सामग्रियों द्वारा पलटने से रोका गया था।
विमान हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। सरकारी अधिकारियों ने हादसे के बाद तुरंत जांच आयोग का गठन किया है जो दुर्घटना के सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगा।
*प्रधानमंत्री ने जताया शोक*
नेपाल के प्रधानमंत्री ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायल पायलट के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार इस हादसे की पूरी जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
*सुरक्षा के सवाल*
इस हादसे ने त्रिभुवन एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। कई लोग यह पूछ रहे हैं कि आखिर कैसे एक विमान उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। क्या मरम्मत के बाद विमान की ठीक से जांच नहीं की गई थी? क्या विमान में तकनीकी खामियां थीं जिन्हें उड़ान भरने से पहले नहीं देखा गया?
जांच आयोग की रिपोर्ट के बाद ही इन सवालों का जवाब मिल सकेगा, लेकिन इस हादसे ने नेपाल की विमानन सुरक्षा पर एक गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
निष्कर्ष :
त्रिभुवन एयरपोर्ट पर हुए इस भयानक हादसे में 18 लोगों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे के कारणों की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही इसके पीछे की सच्चाई सामने आएगी। इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि विमानन सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना महत्वपूर्ण है।