लुंबिनी तक रेल लाईन बनायेगा चीन
– “वन बेल्ट वन रोड” समझौते के तहत शुरु हुआ निर्माण कार्य
आईएन, न्यूज, नेपाल से धर्मेंद्र चौधरी की रिपोर्ट:
नेपाल में चीन के सहयोग से लुंबिनी तक रेल लाईन बिछाने की कवायद शुरु हो गयी है। “वन बेल्ट वन रोड़” समझौते के तहत होने वाले इस कार्य पर नेपाल सरकार ने मुहर लगा दी है। नेपाल के उपप्रधान मंत्री व अर्थ मंत्री कृष्ण बहादुर मेहार ने काठमांडु में मीडिया से वार्ता के दौरान यह बाते कहीं है।
उन्होंने ने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री पुष्पपुष्प दहाल ” प्रचंड” ने चीन की यात्रा के दौरान इस महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। जिसके क्रम में कार्य भी शुरु हो गया है।
नेपाली मीडिया के अनुसार रेल लाईन बिछाने का कार्य तिब्बत के “सिगात्से” नामक स्थान तक पूरा हो चुका है। यहां से रेल की पटरियां राजधानी काठमांडू तक आयेंगी। उसके बाद लुंबिनी तक रेल लाईन बिछाने का कार्य शुरु कर दिया जायेगा।
बताया जा रहा है कि भूकंप आपदा के कारण इस कार्य में काफी बाधा आ गयी थी। जिससे यह कार्य करीब दो वर्षों तक ठप रहा।
मजेदार और कूटनीतिक पहलू यह भी है कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लुंबिनी से काठमांडु तक रेल लाईन बिछाने के नेपाल भारत समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। करीब 60 लाख के बजट से रेल मार्ग रास्ते का सर्वे भी हो चुका है। अब देखने वाली बात यह होगी कि काठमांडू से लुंबिनी तक रेल लाईन बिछाने का दावा, पहले भारत पूरा करेगा या फिर चीन। फिलहाल चीन व भारत की नेपाल में साम्राज्यवादिता की होड़ का लाभ नेपाल बड़े ही चालाकी पूर्ण तरीके से ले रहा है। शायद नेपाल अपनी इसी बुद्धिमत्ता भरी कूट व विदेशनीति के कारण ही विश्व का पहला ऐसा राष्ट्र है, जो कभी भी गुलाम नहीं हुआ।
देखने वाली बात यह होगी कि पूर्ण गणतंत्र राष्ट्र बनने के मुहाने पर खड़ा नेपाल, चीन व भारत से ऐसे ही प्रगाढ़ संबंध कब तक कायम रखेगा।