(विजय कुमार की रिपोर्ट) लालू माया समीकरण की बदौलत बिहार पर किया 15 साल एकछत्र राज

(विजय कुमार की रिपोर्ट) लालू माया समीकरण की बदौलत बिहार पर किया 15 साल एकछत्र राज

लालू माय समीकरण की बदौलत बिहार पर किया 15 साल एकछत्र राज
– लालू यादव कहते हैं कि वो टूटने वाले नहीं है। वो फांसी पर झूल जाएंगे लेकिन आरएसएस और बीजेपी को नेस्तनाबूद करके दम लेंगे।

आई एन न्यूज गोरखपुर से विजय कुमार की रिपोर्ट।
गोपालगंज के एक गरीब किसान-चरवाहा परिवार में 11 जून 1948 को लालू प्रसाद यादव का जन्म हुआ था।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव आज न केवल खुद की जिंदगी के मुश्किलभरे दौर से गुजर रहे हैं बल्कि उन्होंने पूरे परिवार को मुश्किल में डाल दिया है। लालू पर अब तक सिर्फ चारा घोटाले का आरोप था लेकिन अब उनके पूरे परिवार पर जमीन घोटाला, बेनामी संपत्ति, आय से अधिक संपत्ति, पद का दुरुपयोग करने समेत मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लग रहे हैं। उनके ठिकानों पर पहले इनकम टैक्स ने छापा मारा। फिर सीबीआई ने और आखिर में बेटी-दामाद को ईडी ने घेर रखा है। कई बेनामी संपत्ति भी सील की गई हैं। घोटालों के आरोपों में डूबे लालू परिवार पर विपक्षी निशाना साध रहे हैं। बेटे तेजस्वी यादव को नीतीश कैबिनेट से हटाने की मांग कर रहे हैं। बाबजूद इसके लालू यादव कहते हैं कि वो टूटने वाले नहीं है। वो फांसी पर झूल जाएंगे लेकिन आरएसएस और बीजेपी को नेस्तनाबूद करके दम लेंगे।
लालू का सफरनामा:
गोपालगंज के फुलवरिया में एक गरीब किसान-चरवाहा परिवार में 11 जून 1948 को लालू प्रसाद यादव का जन्म हुआ था। एबीपी टैनल के मुताबिक गोरे और गोल-मटोल होने की वजह से पिता कुंदन राय ने उनका नाम लालू रख दिया। सभी भाई-बहन में लालू छोटे हैं।
गांव के स्कूल से पढ़कर, पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए किया फिर एलएलबी की। छात्र जीवन में ही राजनीति में कदम रखा फिर जेपी आंदोलन से जुड़ गए। इसी आंदोलन के साथी नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी भी है।

गरीब परिवार में जन्मे लालू के बड़े भाई को पटना के वेटरेनरी कॉलेज में जब चपरासी की नौकरी लगी तब वो चपरासी क्वार्टर में रहने लगे। कहा जाता है कि 1990 में मुख्यमंत्री बनने के चार महीने बाद तक वो उसी चपरासी क्वार्टर में रहे थे। लालू के सभी बच्चों का जन्म उसी चपरासी क्वार्टर में हुआ था। फिर वहां से उन्होंने जो छलांग लगाई, वह आपके सामने है। लालू यादव पर फिलहाल करीब 200 करोड़ की संपत्ति जमा करने के आरोप हैं।
1973 में जब लालू छात्र नेता थे तब राबड़ी देवी से उनकी शादी हुई थी। उस वक्त राबड़ी की उम्र 14 साल थी। लालू-राबड़ी दंपत्ति के कुल 9 संतान हैं। इनमें से सात बेटियां हैं और दो बेटे हैं। बड़ी बेटी मीसा भारती एमबीबीएस डिग्रीधारी हैं और मौजूदा समय में राज्यसभा सांसद हैं। पिछले हफ्ते ही ईडी की टीम ने मीसा और उनके पति शैलेश से 9 घंटे तक पूछताछ की थी। बेनामी संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग के केस में मीसा भारती और उनके पति भी आरोपी हैं।
उम्र के 70वें पड़ाव पर कदम रख चुके लालू यादव ने अपनी सातों बेटियों की शादी कर दी है। दोनों बेटों की शादी अभी नहीं हुई है। छोटा बेटा तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री हैं तो बड़े बेटे तेज प्रताप यादव राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। लालू यादव ने अपनी कई बेटियों की शादी राजनीतिक घरानों में की है। सबसे छोटी बेटी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते से की है।

उम्र के 70वें पड़ाव पर कदम रख चुके लालू यादव ने अपनी सातों बेटियों की शादी कर दी है। दोनों बेटों की शादी अभी नहीं हुई है। छोटा बेटा तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री हैं तो बड़े बेटे तेज प्रताप यादव राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। लालू यादव ने अपनी कई बेटियों की शादी राजनीतिक घरानों में की है। सबसे छोटी बेटी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते से की है।
1997 में जब लालू यादव चारा घोटाले में जेल जाने लगे तो रातों-रात पत्नी राबड़ी देवी को किचेन से निकालकर मुख्यमंत्री बना दिया था। उस समय लालू ने पार्टी में किसी और पर  भरोसा करने की बजाय सीधे पत्नी को सीएम बनाया। राबड़ी देवी तीन बार साल 2005 तक राज्य की मुख्यमंत्री रहीं।
लालू यादव जब मार्च 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने तब केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी। वीपी सिंह चाहते थे कि रामसुंदर दास मुख्यमंत्री बनें जबकि चंद्रशेखर चाहते थे कि रघुनाथ झा सीएम बनें। तब उप प्रधानमंत्री देवीलाल ने लालू के नाम पर मुहर लगवाते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। 1990 से लेकर 1997 तक लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 2005 तक राबड़ी देवी सीएम रहीं।
लालू यादव ने 23 सितंबर 1990 को समस्तीपुर में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के राम रथ यात्रा को ना केवल रुकवाया था बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी करवाया था। आज के भाजपा सांसद आर के सिंह ने तब इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आडवाणी को गिरफ्तार करवा कर लालू ने अपनी छवि धर्मनिरपपेक्ष नेता के रूप में स्थापित कर ली जो आज तक कायम है। यही वजह है कि बिहार के यादव और मुसलमान वोट बैंक पर लालू का एकछत्र राज आज भी कायम है।
लालू यादव को सामाजिक न्याय का पुरोधा कहा जाता है। माना जाता है कि उनके शासनकाल में गरीबों, शोषितों, पिछड़ों को लालू यादव ने आवाज दी और समाज में एक नई पहचान दी। कहा जाता है कि लालू ने भूरा बाल साफ करो का नारा दिया था। इसका मतलब भू से भूमिहार, रा से राजपूत, बा से ब्राह्मण और ल से लाला यानी कायस्थ। लालू को जातिवादी नेता भी कहा जाता है।

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