वेवा भाभी को शादी का झांसा देकर बनाया शारीरिक संबंध, दहेज लेने बाद शादी से मुकर गया-
वेवा भाभी को शादी का झांसा देकर बनाया शारीरिक संबंध, दहेज लेने बाद शादी से मुकर गया—
*लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार रामकुमार सिंह की रिपोर्ट*
आई एन न्यूज़ लखनऊ डेस्क राजधानी के अलीगंज थाने में एक विधवा महिला ने देवर के ऊपर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबन्ध, मार-पीट व दहेज का आरोप लगाते हुई मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि देवर ने शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरन शारीरिक शोषण करता रहा जिसकी जानकारी उसने सास, ससुर को भी थी। पति की मौत के बाद सास, ससुर ने देवर से शादी करने लिये उसके ऊपर दबाव डाला। दुबारा शादी के नाम पर उसके पिता से दहेज भी लिया और उसके बाद टरकाने सिलसिला चला। महिला के पिता ने जब जल्द शादी करने दबाव डाला तो कुछ विवाद हुआ। उसके बाद ससुराल जनों ने देवर से शादी कराने से मुकर गये और पीड़िता को मार-पीट कर घर से भी भगा दिया। फिलहाल अलीगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जाँच करने में लगी हुई है।
*क्या है पूरा मामला*? बड़ा चाँदगंज अलीगंज निवासी शिवकुमार मिश्रा हनुमान सेतु हनुमान मंदिर के पुजारी है। पुजारी शिवकुमार मिश्रा ने बताया,उनकी बेटी बंदना की शादी 20 जून 2009 में अरसोलिया हरदोई निवासी रामदेव द्विवेदी के बेटे मिथलेश द्विवेदी के साथ बड़ी धूमधाम से की गयी थी। मिथलेश एक निजी कम्पनी में काम करता था और वह हसनगंज खदरा स्थित घर में परिवार के साथ रहता था। बंदना के मुताबिक दिसम्बर 2010 में उनके पति मिथलेश की लम्बी बीमारी के बाद मौत हो गयी। पति की मौत के दो महीने बाद एक पुत्र पैदा हुआ। बंदना का आरोप है,पुलिस भी काफी दिनों तक मुकदमा लिखने में आना-कानी करने बाद में समुचित धाराओं में मुकदमा नही लिखा। जो मुकदमा लिखा है,वह हल्की धाराओं में दर्ज किया गया है।
*घर की इज्जत घर में ही रहे*- बंदना ने बताया कि पति की मौत के बाद वह बेटे बंस के साथ ससुराल व मायके दोनों जगह रहती थी। मेरे ससुर रामदेव मिश्रा ने मेरे पिता से कहा कि बहू शादी छोटे बेटे सुनील कुमार द्विवेदी के साथ कर दो। ताकि घर की इज्जत घर में ही बनी रहे। बंदना के मुताबिक वह पहले देवर के साथ शादी न करके अपने बच्चे के साथ अकेले जीवन यापन करना चाहती थी। लेकिन मायके व ससुराल पक्ष के लोगों की जिद के आगे उसे सन् 2011में उनको मजबूरन झूकना पड़ा।
देवर बोला भाभी नही अब बीबी हो- शादी की रजामंदी की जानकारी पाकर देवर शुनील शादी किये बगैर उसके करीब आने की कोशिश करने लगा। लेकिन वह शुनील से बोली जब हम दोनों की शादी हो जायेगी,तभी हम दोनों पति-पत्नी के रुप में एक साथ रहेगे। इस पर शुनील उससे बोला बंदना अब तुम भाभी नही,मेरी बीबी हो,बस शादी तो एक रश्म है,वह भी पूरी हो जायेगी। जब हमारे माता पिता तुम्हें मेरी बीबी मान चुके हैं,तो अब दूरियां कैसी। हम तुम्हारे हुस्न के दीवाने हैं, दिन-रात तुम्हारा चेहरा में दिखाई पड़ता है। शुनील की प्यार भरी बातों का सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। एक काली रात आयी और सुनील सोते समय उसको बेडरुम में जकड़ लिया और शादी किये बिना जबरन मुंह काला कर डाला। सुनील की इस करतूत को उसने अपनी सास व ससुर से भी बताई। तो दोनों बोले सुनील तुम्हारा होने वाला पति है,इसमे हर्ज क्या है। उसके बाद सुनील लगातार उसके साथ शारीरिक संबन्ध बनाता रहा।
*पिता से दिलाओ दहेज तो कर लूँ शादी*- बंदना ने बताया कि सुनील लगातार उससे शारीरिक सम्बंध बना रहा था,लेकिन शादी करने की तारीख तय करने की बात जब उससे कही जाय,तो वह कोई न कोई बहाना बना कर टरका देता। शादी की तिथि तय करने के लिये बंदना व उसके पिता शिवकुमार लगातार सुनील के माता-पिता से कर रहे थे। लेकिन वो लोग टरकाने में लगे थे। बंदना ने बताया,कि एक दिन उसके ससुर रामदेव बोले सुनील की शादी तभी करेंगे,जब दहेज में एक बाइक व खेती करने के लिये एक ट्रैक्टर तुम्हारे पिता खरीद कर दें।
दहेज में बाइक व दिया ट्रैक्टर फिर भी शादी से मुकरे- बंदना ने बताया उसके पिता बीती होली के दौरान हरदोई जा कर शादी कुछ रश्मों को पूरी करने के बाद दहेज के रुप में बाइक और ट्रैक्टर खरीदने के लिये दो लाख रुपये नगद दिये। उसके बाद शादी की तारीख भी तय की बाद में दहेज की और मांग करते हुए अपनी बातों से पलट गये। इतना ही नही हसनगंज के खदरा स्थित जिस मकान को उसके पति मिथलेश ने बनवाया था,जिसमें वह रह रही थी। उस मकान से मेरा सामान निकाल कर फेंक दिया और सुनील व उसके बड़े भाई प्रमोद मारपीट भगा दिया।
*क्या बोले इंस्पेक्टर*- ?इंस्पेक्टर अलीगंज ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर पर दहेज उत्पीड़न समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जाँच की जा रही है।