डा० की लापरवाही से नसबंदी फेल, गर्भवती हुई महिला ने दिया बच्ची को जन्म
डा० की लापरवाही से नसबंदी फेल, गर्भवती हुई महिला ने दिया बच्ची को जन्म
क्षतिपूर्ति के लिये चक्कर काट रहा पीड़ित महिला का पति, नही हो रही सुनवाई—-
आई एन न्यूज भटहट /गोरखपुर
जहां एक तरफ सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए अभियान चला रही है। वहीं जिम्मेदार अपने कार्य के प्रति लापरवाही दिखाने मे पीछे नही है। इसी का नतीजा है कि नसबंदी के बाद भी महिला ने बेटी को जन्म दिया।
बताते चले कि क्षेत्र के ग्रामसभा नवीपुर निवासी धर्मू विश्कर्मा की पत्नी सुनीता ने दो लड़की व एक लड़का होने के बाद सुखी दांपत्य जीवन के लिए 29 फरवरी 2016 को भटहट सीएचसी पर नसबंदी कराई थी लेकिन कुछ दिन बाद उसे गर्भ ठहर गया। वही सुनीता के पति धर्मू ने बताया कि तीसरा बच्चा होने के बाद ही हमने परिवार नियोजन अपना लिया, नसबंदी दुरबीन विधि से कराई थी। गर्भ ठहरने की जबसे जानकारी हुई है तभी से दौड़ते दौड़ते परेशान हुँ। धर्मू ने ये भी बताया कि बीते 19 जुलाई को पत्नी सुनीता ने पिपराईच सीएचसी पर चौथी संतान के रूप में लड़की को जन्म दिया । धर्मू मजदूरी कर अपने परिवार की जीविका चलाता है । लोगों की सलाह पर उसने सीएमओ आफिस पर क्षतिर्पूति के लिए जनवरी मे ही आवेदन किया लेकिन कई माह से चक्कर काटने के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नही हो रही है। बहरहाल जहाँ नसबंदी के बाद भी महिला का गर्भवती हो जाना और फिर बच्ची को जन्म देना स्वास्थ विभाग के परिवार नियोजन कार्यक्रम पर सवालिया निशान लगा रहा है तो वही पीड़ित का क्षतिपूर्ति के लिए दर दर भटकना जिम्मेदारो की लापरवाही को दर्शा रहा है।