सपा कार्यकर्ता सरकार के घमंड को जनसमर्थन के बल पर चकनाचूर कर देगें– कुंवर अखिलेश
सपा कार्यकर्ता सरकार के घमंड को जनसमर्थन के बल पर चकनाचूर कर देगें– कुंवर अखिलेश
सोनौली कार्यालय/ महाराजगंज
सपा का एक एक कार्यकर्ता सरकार के घमंड को जनसमर्थन के बल पर चकनाचूर कर देगा
उत्तर प्रदेश की सरकार अपने कुकृत्यों पर पर्दा डालने के लिए उत्तर प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेता पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवाज को दबाना चाहती है ।
उक्त बाते गुरुवार की शाम को कुंवर आवास पर पत्रकारो से वार्ता करते हुए महराजगंज के पूर्व सासंद कुंवर अखिलेश सिंह ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज की डीएम द्वारा जांच की रिपोर्ट आने के बाद सरकार का झूठ बेनकाब हो गया ।अखिलेश यादव ने जब सपा के कोष से दो दो लाख रुपए मृतक के परिजनों को दिया तो सरकार तिलमिला गई कल औरैया में उत्तर प्रदेश सरकार अपने प्रत्याशी को निर्विरोध जिताना चाहती थी सपा के कार्य करता के प्रबल विरोध के के कारण वह अपने अपने उद्देश्य में सफल नहीं हुई तो एमएलसी राजपाल कश्यप पूर्व सांसद प्रदीप यादव सहित दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया और शाम को और सभी लोगों को रिहा भी कर दिया । पुनः रात्रि में पूर्व सांसद सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया ।
इस घटना की वास्तविकता और सपा के आक्रोश को शांत करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जब औरैया प्रस्थान किए तो उन्हें उन्नाव के पास गिरफ्तार कर लिया गया । पूरे प्रदेश में लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली शक्तियां जब सड़क पर उतरे तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को वापस लखनऊ रवाना किया गया।
उन्होने कहा कि सपा का एक एक कार्यकर्ता सरकार के घमंड को जनसमर्थन के बल पर चकनाचूर कर देगा । हमारे कार्यकर्ता जेलों में रोयेंगे नहीं बल्कि जेल को ही प्रशिक्षण शिविर बनाकर उखाड़ फेंकने के लिए एक बड़े जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे । आज उत्तर प्रदेश की सरकार गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज की घटना बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जन धन की दुर्दशा से जनता का ध्यान बटाने के लिए अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी कर रही है हम उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हैं कि वह अपनी हरकतों से बाज आए और प्रदेश की जनता को बाढ़ की विभीषिका रोगों की महामारी भुखमरी की स्थिति से निजात दिलाने की पहल करें।
कुंवर अखिलेश सिंह अपने समर्थकों के साथ आज नौतनवा कस्बे में सड़क पर उतरकर कुंवर आवास से चलकर नौतनवा के गांधी चौक तक पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए सरकार के विरोध में नारे लगाया।