लक्ष्मीपुर: महिला आरक्षण के बावजूद घूंघट में महिलाएं, प्रशिक्षण में पहुंचे पति-पुत्र
लक्ष्मीपुर: महिला आरक्षण के बावजूद घूंघट में महिलाएं, प्रशिक्षण में पहुंचे पति-पुत्र
आईएन न्यूज, लक्ष्मीपुर डेस्क:
लक्ष्मीपुर ब्लॉक में शुक्रवार को ग्राम प्रधानों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम ने सरकार की मंशा और महिला आरक्षण की वास्तविकता पर सवाल खड़े कर दिए। विकास खंड में 96 ग्राम पंचायतों में से 37 महिला प्रधान निर्वाचित हुई हैं, लेकिन इनमें से एक भी महिला प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुईं। महिलाओं की जगह उनके पति, पुत्र और देवर प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद दिखे।
यह नजारा सरकार की महिलाओं को सशक्त बनाने की मंशा के विपरीत था, जिसमें महिला प्रधानों को आरक्षण देकर नेतृत्व में भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया था। इसके बावजूद, अधिकांश महिलाएं आज भी घूंघट में सीमित हैं और उनके प्रतिनिधित्व की जिम्मेदारी परिवार के पुरुष सदस्यों ने संभाल ली है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में हद तब हो गई जब महिला प्रधानों की अनुपस्थिति में सफाईकर्मी और अन्य व्यक्तियों को बैठाकर कोरम पूरा किया गया। यह सरकार की नीति और जिम्मेदार विभागों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने इसे गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि महिला प्रधानों की अनुपस्थिति की जांच कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिला प्रधानों का न आना और विभागीय अधिकारियों द्वारा इस स्थिति को अनदेखा करना दर्शाता है कि जमीनी स्तर पर सरकार की नीतियों का क्रियान्वयन किस तरह हो रहा है। यह स्थिति न केवल महिला सशक्तिकरण के उद्देश्यों को बाधित कर रही है, बल्कि सरकार की छवि भी धूमिल कर रही है।
महिला प्रधानों का घूंघट में रहकर प्रशिक्षण में अनुपस्थित होना इस बात का प्रतीक है कि समाज में अभी भी महिलाओं को उनके अधिकार और जिम्मेदारियों से वंचित किया जा रहा है।
महाराजगंज– उत्तर प्रदेश।