सोनौली श्रीराम जानकी मंदिर मे श्रीमद् भागवत कथा प्रहलाद चरित्र का मार्मिक वर्णन
सोनौली श्रीराम जानकी मंदिर मे श्रीमद् भागवत कथा, प्रहलाद चरित्र का मार्मिक वर्णन
आई एन न्यूज डेस्क सोनौली:
नेपाल-भारत सीमा पर स्थित ऐतिहासिक श्री राम जानकी मंदिर का 19वां स्थापना दिवस बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर 23 जनवरी से अखंड हवन और संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, जिसका आज सोमवार पांचवा दिन था।
शाम 5 बजे से प्रारंभ हुई कथा में गोरखपुर से पधारे प्रख्यात कथा व्यास श्री महंत रामदास जी महाराज ने भक्त प्रहलाद के चरित्र का मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान की भक्ति में अपार शक्ति है और सच्ची भक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी मनुष्य को डिगने नहीं देती। उन्होंने भक्त प्रहलाद और नृसिंह अवतार की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान अपने भक्तों के बिना अधूरे हैं, ठीक वैसे ही जैसे भक्त भगवान के बिना अधूरा है।
कथा व्यास ने भक्त प्रहलाद के पिता-पुत्र संबंध के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रहलाद ने अपने पिता हिरण्यकश्यप की राक्षसी प्रवृत्ति के बावजूद अपनी ईश्वर भक्ति नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने पुत्र धर्म का पालन करते हुए अपने पिता को सुमार्ग पर लाने का हर संभव प्रयास किया। जब हिरण्यकश्यप ने उनकी बात नहीं मानी, तो भगवान नरसिंह ने हिरण्यकश्यप का वध कर प्रहलाद की रक्षा की। बावजूद इसके, प्रहलाद ने अपने पिता की सद्गति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
सोनौली श्री राम जानकी मंदिर के महंत बाबा शिवनारायण दास महाराज ने कहा कि क्षेत्र में सुख, शांति और समृद्धि की कामना हेतु अखंड हवन यज्ञ किया जा रहा है। उन्होंने सभी भक्तजनों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस ज्ञान यज्ञ का लाभ उठाएं और अपने जीवन को कृतार्थ करें।
संगीतमय भागवत कथा में भक्त प्रहलाद का चरित्र श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक बन रहा है और ज्ञान यज्ञ में उपस्थित भक्तजन ईश्वर भक्ति का आनंद ले रहे हैं।
अखंड हवन में मुख्य रूप से बरगदवा बेलहिया मंदिर के महंत बाबा शंभू दास, बाबा जितेंद्र तिवारी, बाबा काशी मिश्रा,,बाबा रिंकू मिश्रा समेत कई साधु संत विराजमान है।
महाराजगंज- उत्तर प्रदेश।